निर्जला एकादशी 2024
हिंदू धर्म में निर्जला एकादशी व्रत का बहुत महत्व होता है। 2024 में, यह महत्वपूर्ण व्रत 19 जून, दिन बुधवार को पड़ेगा। यह एकादशी ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की ग्यारहवीं तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।
निर्जला एकादशी व्रत को सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है क्योंकि इस दिन व्रती बिना पानी पिए उपवास करते हैं। इस व्रत को करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और पापों से मुक्ति मिलती है।
व्रत की कथा
पौराणिक कथाओं के अनुसार, राक्षसराज भीम ने देवताओं पर आक्रमण किया और उन्हें हरा दिया। देवता भगवान विष्णु के पास गए और उनकी सहायता मांगी। भगवान विष्णु ने भीम से युद्ध किया और उसे पराजित किया। युद्ध के बाद, भगवान विष्णु ने देवताओं से कहा कि जिस दिन उन्होंने भीम को हराया था, उस दिन से ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की ग्यारहवीं तिथि को निर्जला एकादशी के रूप में मनाया जाएगा। जो भी इस दिन व्रत करेगा, उसे भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होगी।
व्रत का विधान
निर्जला एकादशी का व्रत एक दिन पहले से ही शुरू हो जाता है। दशमी तिथि की शाम को व्रती सात्विक भोजन करता है। एकादशी तिथि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करता है और भगवान विष्णु की पूजा करता है। पूजा के बाद, व्रती बिना पानी पिए उपवास करता है।
निर्जला एकादशी के दिन व्रती को "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र का जप करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
व्रत का महत्व
निर्जला एकादशी व्रत का बहुत महत्व होता है। इस व्रत को करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और पापों से मुक्ति मिलती है। इस व्रत को करने से पुण्य प्राप्त होता है और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
निर्जला एकादशी व्रत को करने से शरीर और मन दोनों को शुद्ध होता है। इस व्रत को करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और वजन भी कम होता है।
व्रत को तोड़ना
निर्जला एकादशी का व्रत द्वादशी तिथि के दिन सूर्योदय के बाद तोड़ा जाता है। व्रत को तोड़ने से पहले व्रती को भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। पूजा के बाद, व्रती फल या दूध पीकर व्रत तोड़ सकता है।
निर्जला एकादशी का व्रत एक पवित्र और महत्वपूर्ण व्रत है। इस व्रत को करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और पापों से मुक्ति मिलती है। यदि आप इस व्रत को करने का संकल्प लेते हैं, तो निश्चित रूप से भगवान विष्णु आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे।