निर्मला सीतारमण




निराला करियर और निराली शख्सियत वाली एक महिला
निर्मला सीतारमण भारत की पहली महिला वित्त मंत्री हैं। वह एक ऐसी महिला हैं जिनका करियर काफी दिलचस्प रहा है। वह अर्थशास्त्र की प्रोफेसर, राजनीतिक कार्यकर्ता और केंद्रीय मंत्री रही हैं।
बचपन और शिक्षा
निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त, 1959 को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में हुआ था। उनके पिता रेलवे में इंजीनियर थे और उनकी माँ एक गृहिणी थीं। वह एक मध्यमवर्गीय परिवार में पली-बढ़ीं और उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा तिरुचिरापल्ली के एक सरकारी स्कूल से प्राप्त की।
उन्होंने तिरुचिरापल्ली के बीआर अंबेडकर कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली से एमफिल और पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।
शैक्षणिक करियर
पीएचडी करने के बाद, निर्मला सीतारमण ने हैदराबाद विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र की प्रोफेसर के रूप में काम किया। उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान, बैंगलोर और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पॉलिसी, नई दिल्ली में भी पढ़ाया है।
राजनीतिक करियर
राजनीति में आने से पहले, निर्मला सीतारमण एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री थीं। उन्हें 2003 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल किया गया था।
2014 में, उन्हें नरेंद्र मोदी सरकार में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया था। 2017 में, उन्हें रक्षा राज्य मंत्री बनाया गया था। 2019 में, उन्हें वित्त मंत्री के रूप में पदोन्नत किया गया था।
वित्त मंत्री के रूप में उपलब्धियां
वित्त मंत्री के रूप में, निर्मला सीतारमण ने कई महत्वपूर्ण पहल शुरू की हैं।
  • उन्होंने भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए कई सुधार पेश किए हैं।
  • उन्होंने किसानों और महिलाओं की मदद करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।
  • उन्होंने विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
निर्मला सीतारमण एक विवादास्पद व्यक्ति रही हैं, लेकिन वह एक सफल राजनीतिज्ञ और प्रशासक भी रही हैं। वह एक ऐसी महिला हैं जिन्होंने भारतीय राजनीति और समाज पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है।