नवजोत सिंह सिद्धू: पंजाब का शेर




नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब के जाने-माने राजनीतिज्ञ, पूर्व क्रिकेटर और टीवी व्यक्तित्व हैं। वह अपने करिश्माई व्यक्तित्व, विवादास्पद बयानों और पंजाब की राजनीति में निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाने जाते हैं।
पंजाब की राजनीति में करिश्माई व्यक्तित्व
सिद्धू का जन्म 1963 में पंजाब के पटियाला में हुआ था। क्रिकेट में अपना सफल करियर बनाने से पहले वह एक पेशेवर वॉलीबॉल खिलाड़ी थे। उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बतौर सलामी बल्लेबाज खेला और टीम की कई जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, सिद्धू राजनीति में शामिल हो गए और 2004 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।
भाजपा में, सिद्धू ने राज्यसभा सांसद के रूप में कार्य किया और पंजाब के भाजपा अध्यक्ष भी रहे। वह अपने ओजस्वी भाषण और जनता से जुड़ने की क्षमता के लिए जाने जाते थे। 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में, भाजपा और शिरोमणि अकाली दल के गठबंधन के लिए सिद्धू का प्रचार अभियान महत्वपूर्ण था। गठबंधन ने चुनाव जीता और सिद्धू को राज्य का स्थानीय निकाय मंत्री नियुक्त किया गया।
कॉन्ग्रेस में शामिल होना और पद से इस्तीफा देना
2019 में, सिद्धू ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा किसानों की समस्याओं को हल करने में विफल रही है। कांग्रेस में, सिद्धू को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उन्होंने 2022 पंजाब विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए प्रचार का नेतृत्व किया, जिसमें कांग्रेस ने जीत हासिल की।
हालांकि, मुख्यमंत्री के रूप में चरणजीत सिंह चन्नी की नियुक्ति से सिद्धू खुश नहीं थे। उन्होंने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और सरकार की नीतियों की आलोचना की। उनके इस्तीफे से पंजाब कांग्रेस में संकट पैदा हो गया।
विवादों से घिरा व्यक्ति
सिद्धू अपने विवादित बयानों और कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं। वह पाकिस्तान के समर्थन और पाकिस्तानी प्रधान मंत्री इमरान खान की प्रशंसा के लिए आलोचना का सामना कर चुके हैं। उन्होंने 2020 में किसान आंदोलन का भी समर्थन किया था, जिसके लिए भाजपा ने उन्हें निशाना बनाया था।
पंजाब की राजनीति में भविष्य
सिद्धू पंजाब की राजनीति में एक प्रमुख व्यक्ति बने हुए हैं। वह एक विवादास्पद व्यक्ति हैं, लेकिन उनके करिश्माई व्यक्तित्व और बोलने का कौशल एक संपत्ति भी है। कांग्रेस में उनकी भूमिका क्या होगी और पंजाब की राजनीति में उनका भविष्य क्या है, यह देखना बाकी है।
पंजाब की आवाज
सिद्धू ने पंजाब की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी आवाज उठाई है, जिसमें किसानों की समस्याएं, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार शामिल हैं। वह एक ऐसे नेता के रूप में जाने जाते हैं जो अपने विचारों को खुलकर व्यक्त करने से नहीं डरते हैं।
पंजाब की राजनीति में सिद्धू का भविष्य अनिश्चित है। हालाँकि, वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें कभी भी कम करके नहीं आंका जा सकता है। वह एक करिश्माई नेता हैं जिनके पास पंजाब की राजनीति को बदलने की क्षमता है।