पूजा तोमर




आज मैं आप सभी से एक ऐसी महिला के बारे में बात करने जा रही हूं, जिसने अपनी मेहनत और लगन से न केवल इतिहास रचा बल्कि साथ ही लाखों लोगों को प्रेरित किया। उनका नाम है पूजा तोमर, जोकि भारत की पहली महिला ट्रैक्टर चालक हैं।
पूजा तोमर का जन्म मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में हुआ था। बचपन से ही उन्हें खेती-बाड़ी में बहुत रुचि थी। जहां उनके आस-पास के लड़के खेतों में ट्रैक्टर चलाते थे, वहीं पूजा को घर के कामों तक सीमित रखा जाता था। लेकिन पूजा ने हार नहीं मानी। उन्होंने खुद ही ट्रैक्टर चलाना सीख लिया।
शुरुआत में गांव वालों ने पूजा का मजाक उड़ाया। उन्हें ताने मारे गए और कहा गया कि लड़कियों को ट्रैक्टर नहीं चलाना चाहिए। लेकिन पूजा ने इन तानों को अनसुना कर दिया। उन्होंने अपनी मेहनत जारी रखी और जल्द ही वह गांव की सबसे अच्छी ट्रैक्टर चालक बन गईं।
पूजा की कहानी जंगल की आग की तरह फैल गई। उनकी उपलब्धियों को देश-विदेश में सराहा गया। उन्हें कई पुरस्कार मिले और उन्होंने कई मशहूर हस्तियों से मुलाकात की। लेकिन पूजा कभी भी अपनी जड़ों को नहीं भूलीं। वह हमेशा अपने गांव में ही रहीं और वहां के लोगों की मदद करती रहीं।
पूजा तोमर की कहानी हमें सिखाती है कि अगर हम दृढ़ संकल्प रखें तो कुछ भी असंभव नहीं है। उन्होंने हमें दिखाया कि महिलाएं भी पुरुषों के समान ही सक्षम हैं। उन्होंने साबित किया कि अगर हम अपने सपनों पर विश्वास करें और कड़ी मेहनत करें तो हम उन्हें जरूर हासिल कर सकते हैं।
आज पूजा तोमर भारत की लाखों लड़कियों के लिए एक प्रेरणा हैं। वह हमें यह विश्वास दिलाती हैं कि हम भी कुछ भी हासिल कर सकते हैं, चाहे कितनी भी बाधाएं क्यों न हों। पूजा तोमर का जीवन हम सभी के लिए एक सबक है। वह हमें सिखाती हैं कि कभी भी हार नहीं माननी चाहिए और अपने सपनों को हमेशा जीवित रखना चाहिए।