नमस्ते दोस्तो,
आज हम बात करेंगे पतझड़ के मौसम की, जो कि सर्दी से पहले का एक खूबसूरत समय होता है। पतझड़ का मौसम अपने साथ ढेर सारी खूबसूरती और बदलाव लाता है। पेड़ों से पत्ते झड़ना, मौसम का सुहाना होना और हर तरफ रंग-बिरंगे नज़ारे दिखना, पतझड़ के मौसम की पहचान है। इस मौसम में प्रकृति का अपना एक अलग ही रूप देखने को मिलता है।
पतझड़ के मौसम का आगाज़ अक्टूबर-नवम्बर के महीने से होता है। इस समय पेड़ों से पत्ते झड़ना शुरू हो जाते हैं। सबसे पहले पीले रंग के पत्ते गिरते हैं, फिर नारंगी और उसके बाद लाल रंग के पत्ते झड़ते हैं। यह नज़ारा देखने लायक होता है। पेड़ों पर पत्ते इतने रंग-बिरंगे दिखाई देते हैं कि लगता है मानो पेड़ों ने अलग-अलग रंग की साड़ियाँ पहनी हुई हों।
पतझड़ के मौसम में तापमान भी सुहाना होता है। न तो गर्मी बहुत पड़ती है और न ही ठंड। इस मौसम में बाहर घूमना-फिरना बहुत अच्छा लगता है। पार्कों में, बगीचों में और जंगलों में घूमने का मज़ा ही कुछ अलग होता है। पेड़ों पर नारंगी, लाल और पीले रंग के पत्तों को देखकर मन बहुत खुश हो जाता है।
इस मौसम में हर जगह रंग-बिरंगे नज़ारे देखने को मिलते हैं। फूलों में गेंदे, गुलाब और सूरजमुखी खिलते हैं। ये फूल इस मौसम में चार-चाँद लगा देते हैं। इसके अलावा, इस मौसम में अनाज और सब्जियों की भी कटाई होती है। खेतों में रंग-बिरंगी सब्जियाँ और अनाज बहुत ही सुंदर दिखाई देते हैं।
हम सभी को पतझड़ के मौसम का आनंद लेना चाहिए। यह एक खूबसूरत मौसम है, जो हमें प्रकृति की सुंदरता का एहसास कराता है। इस मौसम में प्रकृति को करीब से निहारने और उसका आनंद लेने का मौका मिलता है। तो चलिए, इस मौसम का खूब मज़ा लें और इसकी खूबसूरती को अपने अंदर समेटें।