पैरालंपिक 2024: अंगभूत उत्कृष्टता की साक्षी बनने को तैयार रहें




पेरिस में होने वाला पैरालंपिक 2024, दुनिया भर के अंगभूत एथलीटों की असाधारण प्रतिभा और अडिग भावना का एक जश्न होगा। 28 अगस्त से 8 सितंबर, 2024 तक आयोजित होने वाले इस आयोजन में, ये एथलीट खेल कौशल, दृढ़ संकल्प और मानवीय भावना की सीमाओं को तोड़ते हुए दुनिया को प्रेरित करेंगे।
दिव्यांग लोगों के लिए सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय बहु-खेल आयोजन के रूप में, पैरालंपिक शारीरिक, संज्ञानात्मक और संवेदी अक्षमताओं वाले एथलीटों के लिए प्रतिस्पर्धा करने का एक मंच प्रदान करता है। खेल की एक विस्तृत श्रृंखला से लेकर एथलेटिक्स और तैराकी से लेकर बास्केटबॉल और तीरंदाजी तक, पैरालंपिक इस बात का प्रमाण है कि मानवीय क्षमता किसी भी सीमा से बंधी नहीं है।
इस वर्ष, भारत 84 एथलीटों के एक रिकॉर्ड दल के साथ पैरालंपिक में प्रतिस्पर्धा करेगा। यह प्रतिभाशाली एथलीटों का एक समूह है, जिनमें रियो 2016 और टोक्यो 2020 के पदक विजेता और आने वाले सितारे शामिल हैं। भारतीय दल पहले ही इस आयोजन में अपनी छाप छोड़ चुका है, टोक्यो 2020 में 19 पदक जीतकर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।
  • 2024 के पैरालंपिक में भारत से पदकों की एक और बड़ी संख्या की उम्मीद है, जिसके एथलीटों द्वारा एथलेटिक्स, तैराकी और अन्य खेलों में शीर्ष प्रदर्शन करने की संभावना है।
  • भारतीय निशानेबाज अवनी लेखरा, जिन्होंने टोक्यो में दो स्वर्ण पदक जीते थे, एक बार फिर पदकों की उम्मीद है।
  • तैराक निरंजन मुखर्जी और प्रवीण कुमार भी भारत के लिए पदक दिलाने वाले प्रबल दावेदार हैं।
पेरिस 2024 पैरालंपिक न केवल खेल उत्कृष्टता का जश्न होगा बल्कि समावेशिता और विविधता को बढ़ावा देने का एक अवसर भी होगा। यह आयोजन दुनिया भर के लोगों को विकलांग लोगों के अधिकारों और क्षमताओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगा।
तो 28 अगस्त से 8 सितंबर, 2024 तक, हम सभी को पेरिस पैरालंपिक की भावना से प्रेरित होने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है - दृढ़ता, लचीलापन और मानवीय क्षमता का जश्न। आइए हम सभी मिलकर इन असाधारण एथलीटों की कहानियों को साझा करें और उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाएं।
इस रोमांचक खेल आयोजन को देखने के लिए तैयार हो जाएं, जहां अंगभूत एथलीट दुनिया को प्रेरित करते हुए अपनी उत्कृष्टता का प्रदर्शन करेंगे।