पैरालंपिक 2024: भारतीय एथलीटों का गौरवशाली अभियान




पैरालंपिक 2024: भारत का शानदार प्रदर्शन
पेरिस में आयोजित पैरालंपिक 2024 में भारतीय एथलीटों ने एक बार फिर अपने असाधारण प्रतिभा और दृढ़ संकल्प का परिचय दिया। 28 अगस्त से 8 सितंबर तक चले इन खेलों में भारत ने कुल 29 पदक जीते, जिसमें 7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य पदक शामिल थे। यह टोक्यो 2020 पैरालंपिक में 19 पदकों के भारत के पिछले रिकॉर्ड से काफी अधिक था।
स्टार परफॉर्मर
इस साल के पैरालंपिक में भारत के लिए कई स्टार परफॉर्मर रहे। नवदीप ने भाला फेंक F41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता। महिला भाला फेंक F54 में सिल्मा ने दो स्वर्ण पदक जीते। शरद कुमार ने ऊंची कूद T42/61 में रजत पदक जीता, जबकि निशद कुमार ने डिस्कस थ्रो F36 में रजत जीता।
इतिहास रचना
भारतीय महिला एथलीटों ने पैरालंपिक 2024 में इतिहास रचा। सिमरन ने महिलाओं के 200 मीटर दौड़ T12 में कांस्य पदक जीता, जो पैरालंपिक में ट्रैक एंड फील्ड में भारत के लिए पहला पदक था। निशद, सिल्मा और नवदीप राष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (NPC) की ओर से स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बने।
प्रेरणादायक कहानियां
पैरालंपिक 2024 न केवल एथलेटिक उत्कृष्टता की कहानियों का गवाह बना, बल्कि प्रेरणादायक कहानियों का भी। नवदीप, जिन्होंने एक दुर्घटना में अपनी बांह गंवा दी थी, अपने पूरे पुनर्वास के दौरान अपने सपनों को कभी नहीं छोड़ा। उनके स्वर्ण पदक ने साबित कर दिया कि बाधाएं दृढ़ संकल्प को नहीं रोक सकतीं।
भारत का भविष्य
पैरालंपिक 2024 में भारत का शानदार प्रदर्शन देश के पैरा-खेलों के उज्ज्वल भविष्य का संकेत देता है। यह सरकार के बढ़ते समर्थन और भारतीय पैरालंपिक समिति जैसे संगठनों के निरंतर प्रयासों का प्रमाण है। जैसे-जैसे भारत 2028 लॉस एंजिल्स पैरालंपिक खेलों की तैयारी करता है, यह उम्मीद है कि भारतीय एथलीट और भी अधिक सफलताएं हासिल करेंगे और दुनिया को अपनी क्षमताओं से चकित करना जारी रखेंगे।