पैरालंपिक 2024: भारत का गौरव बढ़ाने का एक और मौका




पैरालंपिक 2024: भारत का गौरव बढ़ाने का एक और मौका
2024 में पेरिस में आयोजित होने वाले पैरालंपिक खेलों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। यह भारतीय पैरालंपिक खिलाड़ियों के लिए एक और मौका है कि वे दुनिया को अपनी प्रतिभा और दृढ़ निश्चय दिखाएं।
पिछले पैरालंपिक खेलों में, भारतीय खिलाड़ियों ने असाधारण प्रदर्शन किया है, जिसमें कई पदक जीते हैं और रिकॉर्ड तोड़े हैं। टोक्यो 2020 पैरालंपिक में, भारत ने 19 पदक जीते, जिनमें 5 स्वर्ण, 8 रजत और 6 कांस्य शामिल थे। यह भारतीय पैरालंपिक के इतिहास में सबसे सफल प्रदर्शन था।
पैरालंपिक 2024 में, भारतीय खिलाड़ियों से फिर से इसी तरह के शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है। भारत ने पैरालंपिक खेलों में कई मजबूत उम्मीदवार तैयार किए हैं, जिनमें एथलीट मरियप्पन थंगावेलु, तैराक नीराज मोर और निशानेबाज अवनी लेखरा शामिल हैं।
सरकार भी पैरालंपिक खिलाड़ियों को उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए पूरा समर्थन दे रही है। खेल मंत्रालय ने प्रशिक्षण और सुविधाओं के लिए महत्वपूर्ण धन आवंटित किया है। भारतीय पैरालंपिक समिति भी खिलाड़ियों को आवश्यक समर्थन प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।
भारतीय पैरालंपिक खिलाड़ियों का जुनून और दृढ़ निश्चय प्रेरणादायक है। वे न केवल खेल में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, बल्कि समाज में विकलांग लोगों के लिए एक उदाहरण भी स्थापित करते हैं।
2024 में पेरिस में होने वाले पैरालंपिक खेल भारत के लिए एक और गौरवशाली पल होगा। आइए हम अपने पैरालंपिक खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दें और उनकी यात्रा में उनका समर्थन करें।

भारत के पैरालंपिक स्टार
भारत ने कई प्रतिभाशाली पैरालंपिक एथलीट तैयार किए हैं जिन्होंने विश्व स्तर पर देश का नाम रोशन किया है। आइए कुछ ऐसे सितारों पर नज़र डालें:
* मरियप्पन थंगावेलु: एक पैरालंपिक हाई जम्पर जिन्होंने 2016 रियो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक और 2020 टोक्यो पैरालंपिक में रजत पदक जीता।
* नीराज मोर: एक पैरालंपिक तैराक जिन्होंने 2020 टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक और 2016 रियो पैरालंपिक में कांस्य पदक जीता।
* अवनी लेखरा: एक पैरालंपिक निशानेबाज जिन्होंने 2020 टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण और कांस्य पदक जीता।
* देवेंद्र झझरिया: एक पैरालंपिक भाला फेंक खिलाड़ी जिन्होंने 2004 एथेंस, 2008 बीजिंग, 2012 लंदन और 2016 रियो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीता।
* सुमित अंतिल: एक पैरालंपिक भाला फेंक खिलाड़ी जिन्होंने 2020 टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीता।
ये कुछ ऐसे नाम हैं जो भारतीय पैरालंपिक जगत में चमके हैं। उनकी उपलब्धियों ने न केवल विकलांग लोगों को प्रेरित किया है, बल्कि पूरे समाज में जागरूकता भी पैदा की है।