परसी एक ऐसा समुदाय




परसी एक ऐसा समुदाय है जो भारत में हैं जिनकी अपनी एक अलग पहचान है अगर हम परसी समुदाय के बारे में बात करें तो वे एक ईरानी-भारतीय समुदाय हैं जो भारत में रहते हैं। ये लोग जोरास्ट्रियन धर्म को मानते हैं। परसी समुदाय के लोग 7वीं शताब्दी में अपने देश से भारत आए थे, ज़ोरोस्ट्रिन धर्म के कारण ही इन्हें अपने देश ईरान से आना पडा था।
जोरास्ट्रिन धर्म ईरान का सबसे प्राचीन धर्म है जो एकेश्वरवादी धर्म है, जोरोस्ट्रियन धर्म की मान्यता के अनुसार अच्छाई और बुराई में हमेशा लड़ाई चलती रहती हैं। दुनिया की रचना करने वाले परमेश्वर का नाम अहुरा मज़्दा है। जोरोस्ट्रियन धर्म में अग्नि और सूर्य की बहुत मान्यता हैं। परसी समुदाय हमेशा से ही अपने अलग रीति-रिवाज और रहन-सहन के लिए जाने जाते हैं। समुदाय के लोग बहुत सादा जीवन जीते हैं और शिक्षा पर बहुत ध्यान देते हैं, यही वजह है कि आज भारत में परसी समाज सामाजिक और आर्थिक रूप से बहुत उन्नत है। भारत में सबसे पहले इन्हीं लोगों ने शिक्षा को अपनाया था। अगर बात करें परसी लोगों की तो ये बहुत ही मेहनती और लगनशील होते हैं, साथ ही ये लोग व्यापार में भी बहुत निपुण होते हैं।
परसी लोगों की कुछ ख़ास बातें
  • परसी लोग अत्यंत दयालु होते हैं।
  • परसी लोगों की रहने-सहन में सादगी होती है।
  • परसी लोग शिक्षा पर बहुत ध्यान देते हैं।
  • परसी समाज की महिलाएं पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर चलती हैं।
  • परसी समुदाय के लोग बहुत व्यापारी होते हैं।
  • परसी समाज के लोग हमेशा ईमानदारी और सच्चाई पर जोर देते हैं।
  • परसी समुदाय के लोगों के लिए उनके धर्म की अहमियत बहुत हैं।
  • परसी समुदाय के लोग अपने उत्सव बहुत हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।
परसी समुदाय एक ऐसा समुदाय है जिसने भारत में एक अलग पहचान बनाई है। परसी लोगों के रीति-रिवाज और रहन-सहन भारत की विविध संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा हैं।