भारत के लिए पेरिस ओलंपिक का बहुत इंतजार है। भारतीय खेल जगत की निगाहें इस पर टिकी हैं। यह ओलंपिक भारत के लिए कई मायनों में खास है। इस बार ओलंपिक में भारतीय दल का नेतृत्व नीरज चोपड़ा करेंगे। यह निश्चित रूप से एक गर्व का क्षण है।
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचा था। उन्होंने भारत को भाला फेंक में पहला स्वर्ण पदक दिलाया था। वह पिछले कुछ समय से शानदार फॉर्म में हैं और इस बार भी उनसे उम्मीदें काफी हैं। ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना आसान नहीं होता है, लेकिन नीरज चोपड़ा के पास वह क्षमता है।
पेरिस ओलंपिक में भारत की कई अन्य उम्मीदें भी हैं। बैडमिंटन में पीवी सिंधु और साइना नेहवाल से पदक की उम्मीद है। कुश्ती में बजरंग पूनिया और रवि दहिया से भी अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है। हॉकी में भी भारतीय टीम पदक की दौड़ में शामिल है।
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने पेरिस ओलंपिक के लिए 95 एथलीटों की एक प्रारंभिक सूची जारी की है। इस सूची में कई युवा एथलीट भी शामिल हैं। इन युवाओं से ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है।
पेरिस ओलंपिक भारत के लिए एक बड़ी चुनौती है। लेकिन भारतीय एथलीट इस चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं। वह देश का नाम रोशन करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
पेरिस ओलंपिक भारत के लिए कई मायनों में खास है। यह पहली बार है जब ओलंपिक भारत में 90 साल बाद हो रहा है। साथ ही, यह पहली बार है जब किसी भारतीय महिला एथलीट (नीरज चोपड़ा) को ओलंपिक में भारतीय दल का नेतृत्व करने का मौका मिलेगा।
पेरिस ओलंपिक का आयोजन 26 जुलाई से 11 अगस्त 2024 तक किया जाएगा। इसमें 32 खेलों में 329 इवेंट होंगे। भारत का लक्ष्य इस बार ओलंपिक में पिछले ओलंपिक से ज्यादा पदक जीतना है। टोक्यो ओलंपिक में भारत ने कुल सात पदक जीते थे।
भारतीय खेल जगत को पेरिस ओलंपिक से काफी उम्मीदें हैं। भारतीय एथलीटों को इस ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं।