हाई-ऑक्टेन एक्शन और शानदार डायलॉग्स के साथ, पुष्पा: द राइज ने निश्चित रूप से बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया। सुकुमार द्वारा निर्देशित, फिल्म में अल्लू अर्जुन ने शीर्षक भूमिका निभाई है, जो एक कूली है जो चंदन की तस्करी करने वाले एक सिंडिकेट में ऊपर उठता है।
अल्लू अर्जुन ने पुष्पा के चरित्र में जान डाल दी है, जो एक जटिल और बहुआयामी व्यक्ति है। पुष्पा महत्वाकांक्षी और निडर है, लेकिन वह अपने प्रियजनों के प्रति भी अत्यधिक सुरक्षात्मक है। फिल्म में उनका परिवर्तन आकर्षक और प्रेरक है, क्योंकि वह एक साधारण कुली से एक शक्तिशाली डॉन बन जाता है।
फिल्म में फहद फासिल भी श्रीवल्ली के रूप में हैं, जो एक पुलिस अधिकारी है जो पुष्पा का पीछा कर रहा है। फासिल का प्रदर्शन शानदार है, और वह पुष्पा के चरित्र के लिए एक योग्य प्रतिद्वंद्वी प्रदान करता है।
पुष्पा में कई शानदार संवाद हैं जो निश्चित रूप से दर्शकों के दिमाग में अटक जाएंगे। "फूल बनो या आग बनो," और "जंगल में राजा का सिर्फ एक ही शेर हो सकता है" जैसे संवाद फिल्म के प्रभाव को बढ़ाते हैं।
विश्वासयोग्य संगीत फिल्म के समग्र अनुभव को बढ़ाता है। देवी श्री प्रसाद द्वारा रचित "श्रीवल्ली" और "सामी सामी" जैसे गाने पहले से ही चार्टबस्टर बन चुके हैं।
समग्र रूप से, पुष्पा: द राइज एक अच्छी तरह से बनाई गई फिल्म है जो दर्शकों को मनोरंष्टित करने और उत्साहित करने में सफल होती है। अल्लू अर्जुन के शानदार प्रदर्शन, शानदार निर्देशन और यादगार संवादों के साथ, फिल्म निश्चित रूप से 2021 की सबसे मनोरंजक फिल्मों में से एक है।
"फूल बनो या आग बनो, पुष्पा तेरे दिल में ही रहेगो!"