बैंक ऑफ बड़ौदा: विश्वास और स्थिरता का प्रतीक




बैंक ऑफ बड़ौदा भारत के प्रमुख बैंकों में से एक है, जो 116 वर्षों से अधिक का समृद्ध इतिहास रखता है। "बैंक ऑफ बड़ौदा" नाम ही विश्वास, स्थिरता और वित्तीय उत्कृष्टता का पर्याय बन गया है।

इतिहास की झलक

बैंक ऑफ बड़ौदा की स्थापना 20 जुलाई 1908 को बड़ौदा राज्य में महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ III के शासनकाल के दौरान हुई थी। शुरू में, बैंक का नाम "बड़ौदा बैंक लिमिटेड" था, लेकिन 1959 में इसका राष्ट्रीयकरण किया गया और इसका नाम बदलकर "बैंक ऑफ बड़ौदा" कर दिया गया।

विस्तार और उपलब्धियां

राष्ट्रीयकरण के बाद, बैंक ऑफ बड़ौदा ने पूरे भारत में अपना विस्तार किया। आज, बैंक के देश भर में 8,488 शाखाएँ और 13,445 एटीएम हैं, जो इसे देश में सबसे बड़े बैंकों में से एक बनाता है। बैंक ने विदेशों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है और 25 देशों में इसकी शाखाएँ और सहायक हैं।
भारतीय बैंकिंग उद्योग में बैंक ऑफ बड़ौदा की कई उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हैं। यह पहले बैंकों में से एक था जिसने ग्रामीण क्षेत्रों में शाखाएँ खोलीं, जिससे लाखों लोगों को बैंकिंग सेवाओं तक पहुँच मिली। बैंक ने वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान करने के लिए कई पहल भी शुरू की हैं।

मजबूत वित्तीय स्थिति

बैंक ऑफ बड़ौदा अपनी मजबूत वित्तीय स्थिति के लिए जाना जाता है। 2023 तक, बैंक की कुल संपत्ति ₹12 लाख करोड़ से अधिक है, और इसका नेट प्रॉफिट ₹7,000 करोड़ से अधिक है। बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा निर्धारित आवश्यकताओं से अधिक है, जो इसकी वित्तीय स्थिरता को दर्शाता है।

ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण

बैंक ऑफ बड़ौदा अपने ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण पर गर्व करता है। बैंक उत्पादों और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है, जिसमें बचत खाते, चालू खाते, ऋण, जमा और निवेश शामिल हैं। बैंक अपने ग्राहकों को डिजिटल बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग जैसी सुविधाजनक ऑनलाइन सेवाएँ भी प्रदान करता है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के कर्मचारी अपने ग्राहकों के साथ दीर्घकालिक संबंध बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वे ग्राहकों को उनकी वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने और उनके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करते हैं।

सामाजिक जिम्मेदारी

बैंक ऑफ बड़ौदा सामाजिक जिम्मेदारी में विश्वास करता है। बैंक ने शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और वित्तीय साक्षरता में सुधार के लिए कई पहल शुरू की हैं। बैंक विभिन्न सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों और पहलों को भी समर्थन देता है।

भविष्य के लिए दृष्टि

बैंक ऑफ बड़ौदा एक उज्ज्वल भविष्य के लिए तत्पर है। बैंक अपनी डिजिटल बैंकिंग सेवाओं को और अधिक विकसित करने और अपने ग्राहकों को अभिनव उत्पादों और सेवाओं की पेशकश करने के लिए प्रतिबद्ध है। बैंक का लक्ष्य अपने विश्वास और स्थिरता की विरासत को बनाए रखते हुए बैंकिंग उद्योग में अग्रणी बने रहना है।

आपके लिए बैंक ऑफ बड़ौदा

यदि आप एक विश्वसनीय और स्थिर बैंक की तलाश में हैं, तो बैंक ऑफ बड़ौदा आपके लिए एक बढ़िया विकल्प है। बैंक विभिन्न प्रकार के वित्तीय उत्पादों और सेवाओं की पेशकश करता है, और इसके कर्मचारी आपको आपकी वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ, आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आपका पैसा सुरक्षित हाथों में है, और आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हमारी सहायता पर भरोसा कर सकते हैं।