बृजभूषण




उत्तर प्रदेश के वाराणसी ज़िले में स्थित बृजभूषण एक ऐसा मंदिर है, जो भगवान कृष्ण को समर्पित है। यह मंदिर अपने खूबसूरत वास्तुकला और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है।

बृजभूषण मंदिर का इतिहास

बृजभूषण मंदिर का निर्माण 1868 में महाराजा ईश्वरी प्रसाद नारायण सिंह ने करवाया था। मंदिर का निर्माण काशी के प्रसिद्ध वास्तुकारों द्वारा करवाया गया था। मंदिर का उद्घाटन स्वामी विवेकानंद ने किया था।

बृजभूषण मंदिर की वास्तुकला

बृजभूषण मंदिर की वास्तुकला बहुत ही खूबसूरत है। मंदिर का निर्माण सफेद संगमरमर से किया गया है। मंदिर का मुख्य गर्भगृह बहुत ही विशाल है। गर्भगृह में भगवान कृष्ण की एक बड़ी मूर्ति स्थापित है। मंदिर में कई अन्य मूर्तियाँ भी स्थापित हैं, जिनमें भगवान गणेश, भगवान शिव और भगवान हनुमान की मूर्तियाँ शामिल हैं।

बृजभूषण मंदिर का आध्यात्मिक महत्व

बृजभूषण मंदिर का हिंदुओं के लिए बहुत बड़ा आध्यात्मिक महत्व है। मंदिर में रोजाना हजारों भक्त दर्शन करने आते हैं। मंदिर में कई धार्मिक अनुष्ठान और उत्सव आयोजित किए जाते हैं।

बृजभूषण मंदिर में दर्शन का समय

बृजभूषण मंदिर सुबह 5 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है। मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है।

बृजभूषण मंदिर कैसे पहुँचे

बृजभूषण मंदिर वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट से लगभग 25 किमी की दूरी पर स्थित है। मंदिर तक टैक्सी, ऑटो या बस से पहुँचा जा सकता है।

बृजभूषण मंदिर के बारे में कुछ रोचक तथ्य

  • बृजभूषण मंदिर वाराणसी का सबसे बड़ा कृष्ण मंदिर है।
  • मंदिर में स्थापित भगवान कृष्ण की मूर्ति की ऊँचाई लगभग 7 फीट है।
  • मंदिर में हर साल जन्माष्टमी का त्योहार बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।
बृजभूषण मंदिर की यात्रा से संबंधित कुछ सुझाव
  • मंदिर की यात्रा के लिए सुबह का समय सबसे अच्छा होता है।
  • मंदिर में प्रवेश करने से पहले अपने जूते-चप्पल बाहर उतार दें।
  • मंदिर में भगवान कृष्ण के दर्शन करें और प्रार्थना करें।
  • मंदिर में दान करें।
बृजभूषण मंदिर की यात्रा मेरे लिए एक अद्भुत अनुभव था। मंदिर की खूबसूरत वास्तुकला और आध्यात्मिक वातावरण ने मुझे बहुत प्रभावित किया। मुझे यकीन है कि आप भी बृजभूषण मंदिर की यात्रा का आनंद लेंगे।