बेटियाँ हैं लाडली, माँ-बाप की जान हैं




बेटियाँ घर की रौनक होती हैं, माँ-बाप की लाडली होती हैं। उनकी एक प्यारी सी मुस्कान चाँद सितारे फीके कर देती है। बेटियाँ जीवन में खुशियों की किरण होती हैं, घर को रोशन करती हैं।

बेटियों के जन्म से ही घर में खुशियाँ आ जाती हैं। माँ-बाप का प्यार और लाड़ उन्हीं को सबसे ज्यादा मिलता है। बेटियाँ अपने माता-पिता के लिए सब कुछ होती हैं, उनकी खुशी के लिए कुछ भी कर सकती हैं।

बेटियाँ माँ-बाप के बुढ़ापे की लाठी होती हैं। वे उनके लिए हर दुख-सुख में साथ देती हैं। माँ-बाप के लिए बेटियाँ सबसे खास होती हैं। उनकी सुरक्षा और खुशी ही उनकी सबसे बड़ी चिंता होती है।

  • बेटियों की अहमियत को समझें।
  • उन्हें भरपूर प्यार और लाड़ दें।
  • उनकी खुशी के लिए कुछ भी करें।
  • उन्हें शिक्षा दिलवाएँ और अपने पैरों पर खड़ा होना सिखाएँ।
  • उनके सपनों को पूरा करने में उनकी मदद करें।

बेटियाँ हैं लाडली, माँ-बाप की जान हैं। उनके बिना घर सूना और अधूरा है। बेटियों के साथ हर पल को संजोकर रखें, उन्हें अपने प्यार और लाड़ से नहलाएँ।