जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे हमारी जीवनशैली में भी बदलाव आते हैं। हम कम सक्रिय हो जाते हैं, कम काम करते हैं और कम पैसा कमाते हैं। इसका अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ता है।
जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारे निवेश पर रिटर्न भी कम होता जाता है। इससे अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर धीमी हो जाती है। इसके अतिरिक्त, जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हमें अधिक स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकता होती है। इससे स्वास्थ्य देखभाल लागत बढ़ जाती है, जो अर्थव्यवस्था पर बोझ डालती है।
इसके अतिरिक्त, जैसे-जैसे जनसंख्या की आयु बढ़ती है, कार्यबल का आकार भी छोटा होता जाता है। इससे श्रम की कमी हो जाती है, जिससे वेतन और कीमतें बढ़ जाती हैं। इससे अर्थव्यवस्था की वृद्धि भी धीमी हो जाती है।
अर्थव्यवस्था को बढ़ती उम्र के साथ आबादी के अनुकूल होने के लिए कुछ कदम उठाने होंगे। इसमें निम्नलिखित शामिल हैं:
इन कदमों से अर्थव्यवस्था को बढ़ती उम्र की आबादी के अनुकूल बनाने और यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि सभी नागरिकों की जरूरतें पूरी हों।
संजय टंडन