बाबिता फोगट: महिला कुस्ती का सितारा




बाबिता फोगट एक भारतीय महिला पहलवान हैं, जिन्होंने अपने करियर में कई सफलताएँ हासिल की हैं। उनका जन्म 20 नवंबर, 1989 को हरियाणा के भिवानी जिले में हुआ था। उनके पिता महावीर सिंह फोगट भी एक पहलवान थे, जिन्होंने अपनी सभी बेटियों को पहलवानी की ट्रेनिंग दी।
बाबिता ने अपने करियर की शुरुआत 12 साल की उम्र में की थी। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीते हैं। 2010 में, उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद उन्होंने 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता। 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में, उन्होंने रजत पदक जीता।
बाबिता फोगट ने 2012 के लंदन ओलंपिक और 2016 के रियो ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया। वह ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं।
बाबिता की उपलब्धियों के लिए उन्हें कई सम्मानों से सम्मानित किया गया है। 2015 में, उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। वह हरियाणा सरकार द्वारा राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित की जा चुकी हैं।
बाबिता फोगट केवल एक सफल पहलवान ही नहीं हैं, बल्कि एक प्रेरणा भी हैं। उन्होंने अन्य युवा लड़कियों को साबित किया है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में सफल हो सकती हैं। उनकी कहानी एक सबूत है कि लड़कियों की शिक्षा और खेल में भागीदारी महत्वपूर्ण है।