ब्लैक फ्राइडे का क्रेज




ब्लैक फ्राइडे, थैंक्सगिविंग के अगले दिन को कहा जाता है। यह दिन अमेरिका में ईसाई त्योहारों की छुट्टियों की शुरुआत करता है, जिसके साथ ही क्रिसमस की खरीददारी की धूम भी शुरू हो जाती है। ब्लैक फ्राइडे को लोग पूरे साल के सबसे व्यस्ततम शॉपिंग डे के तौर पर जानते हैं।
इस दिन बहुत मजेदार नज़ारा देखने को मिलता है
ब्लैक फ्राइडे की सुबह से ही दुकानों के सामने लंबी कतारें देखने को मिलती हैं। लोग छूट और सस्ते सामान के लिए घंटों इंतजार करते हैं। कई बार तो लोग धक्का-मुक्की को भी बर्दाश्त करते हैं और स्टोर के अंदर सस्ते सामान पर हाथ साफ करते हैं।
कैसे पड़ा ब्लैक फ्राइडे नाम
ब्लैक फ्राइडे की उत्पत्ति की बात करें तो यह शब्द पहली बार 1966 में इस्तेमाल किया गया था। उस समय इस दिन को फिलाडेल्फिया शहर में थैंक्सगिविंग डे परेड के बाद होने वाले भीषण ट्रैफिक का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया गया था। 1975 तक इस दिन को पूरी तरह से ब्लैक फ्राइडे के नाम से पुकारा जाने लगा।
कैसे हुई ब्लैक फ्राइडे की शुरुआत?
ब्लैक फ्राइडे की शुरुआत की बात करें तो इसका श्रेय अमेरिकी स्टोर Macy's को जाता है। 1924 में मैसी ने थैंक्सगिविंग परेड के अगले दिन एक क्रिसमस परेड की शुरुआत की थी। इस परेड में सांता क्लॉस अपने रेनडियर्स के साथ आते थे। धीरे-धीरे इस दिन को 'ब्लैक फ्राइडे' के रूप में जाना जाने लगा।
भारत में ब्लैक फ्राइडे का क्रेज
भारत में हाल के वर्षों में ब्लैक फ्राइडे का क्रेज तेजी से बढ़ा है। ई-कॉमर्स वेबसाइट और ऑनलाइन स्टोर इस दिन भारी छूट और ऑफर देते हैं। कई लोग इस दिन लैपटॉप, मोबाइल, कपड़े और अन्य सामानों की खरीदारी करते हैं। ब्लैक फ्राइडे भारत में भी धीरे-धीरे एक बड़ा शॉपिंग इवेंट बनता जा रहा है।