बिहार के लड़के आदित्य श्रीवास्तव ने कैसे UPSC में 23 वीं रैंक हासिल की?




बिहार के सहरसा जिले के एक छोटे से गांव के एक लड़के आदित्य श्रीवास्तव ने साबित किया है कि अगर आपके पास दृढ़ संकल्प और समर्पण हो तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है। उन्होंने हाल ही में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 23 हासिल की है।
आदित्य की यात्रा कठिनाइयों से भरी रही है। वह एक किसान परिवार से आते हैं और उनके परिवार के पास विविध शिक्षा और नौकरियों का इतिहास नहीं रहा है। लेकिन, उनके माता-पिता ने हमेशा उनकी महत्वाकांक्षाओं का समर्थन किया और उनकी इच्छा को हकीकत में बदलने के लिए उन्हें हर संभव सुविधा प्रदान करने की कोशिश की।
अपनी प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा के दौरान, आदित्य अपने गांव के स्कूल में एक मेधावी छात्र रहे। हालाँकि, उच्च शिक्षा के लिए उन्हें अपने गांव से दूर जाना पड़ा। उन्होंने पटना में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और फिर दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी शुरू की।
यूपीएससी की तैयारी के दौरान आदित्य ने कई चुनौतियों का सामना किया। उन्होंने पाया कि उनके पास दिल्ली के छात्रों की तरह अंग्रेजी या संसाधनों तक पहुंच नहीं थी। लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ इन बाधाओं को पार किया।
आदित्य की तैयारी की रणनीति सरल लेकिन प्रभावी थी। वह प्रतिदिन नियमित रूप से अध्ययन करते थे और सभी NCERT पुस्तकों और अन्य आवश्यक पाठ्यक्रमों को पूरा किया। उन्होंने अपने कमजोर क्षेत्रों में सुधार पर विशेष ध्यान दिया और उनकी ताकत पर काम किया।
आदित्य ने अपनी तैयारी के दौरान आत्म-अनुशासन और दृढ़ संकल्प दिखाया। उन्होंने स्व-अध्ययन के लंबे घंटे बिताए और अपनी प्रगति पर नज़र रखी। उन्होंने विभिन्न परीक्षा श्रृंखलाओं में भी भाग लिया जिससे उन्हें अपनी तैयारी का आकलन करने और सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने में मदद मिली।
आदित्य की मेहनत रंग लाई और उन्होंने 2021 यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 23 हासिल की। उनकी सफलता उनकी खुद की कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ-साथ उनके माता-पिता और शिक्षकों के समर्थन का प्रमाण है।
आदित्य की सफलता की कहानी हमें यह याद दिलाती है कि अगर हमारे पास दृढ़ संकल्प और समर्पण हो तो हम अपने सपनों को हासिल कर सकते हैं। हमें अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों से निराश नहीं होना चाहिए बल्कि उन्हें अवसरों में बदलना चाहिए। अपनी ताकत पर काम करें और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करें। आदित्य श्रीवास्तव की कहानी एक प्रेरणा है और यह हमें सिखाती है कि कुछ भी असंभव नहीं है।