भारत-मॉरिशस कर संधि संशोधन: जानिए आप पर कैसे होगा असर




नई दिल्ली: भारत और मॉरिशस के बीच कर संधि संशोधन पर हाल ही में हस्ताक्षर किए गए हैं। इस संशोधन से दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने वाला है।

कैसा हुआ संशोधन?

कर संधि में संशोधन के तहत, कंपनियों और व्यक्तियों को दी जाने वाली कर छूट को सीमित कर दिया गया है। पहले, मॉरिशस से भारत में निवेश करने वाली कंपनियों को पूंजीगत लाभ कर से छूट मिलती थी। संशोधन के बाद, अब उन्हें भारत में पूंजीगत लाभ कर का भुगतान करना होगा।

क्यों किया गया संशोधन?

भारत का मानना था कि मौजूदा कर संधि का दुरुपयोग किया जा रहा था और इसका उपयोग भारत से धन का हस्तांतरण करने के लिए किया जा रहा था। सरकार का मानना है कि संशोधन से कर चोरी को रोकने में मदद मिलेगी और भारत में निवेश आकर्षित करने में भी मदद मिलेगी।

विशेषज्ञों का क्या कहना है?

कर विशेषज्ञों का कहना है कि संशोधन से भारत में मॉरिशस से निवेश में कमी आ सकती है। हालांकि, उनका मानना है कि यह संशोधन लंबे समय में भारत के लिए फायदेमंद होगा।

आम आदमी पर क्या होगा असर?

कर संधि में संशोधन का आम आदमी पर बहुत कम असर पड़ेगा। हालांकि, इसका असर उन लोगों पर पड़ सकता है जो मॉरिशस में निवेश करते हैं या जिनके भारत में मॉरिशस की कंपनियों में निवेश है।

भविष्य के लिए क्या?

भारत और मॉरिशस के बीच कर संधि में संशोधन दोनों देशों के लिए फायदेमंद होने की संभावना है। यह कर चोरी को रोकने और भारत में निवेश आकर्षित करने में मदद करेगा। संशोधन का दीर्घकालिक प्रभाव देखना होगा, लेकिन यह स्पष्ट है कि इसका भारत और मॉरिशस दोनों के बीच आर्थिक संबंधों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा।
क्या आप मॉरिशस में निवेश कर रहे हैं? क्या आपको कर संधि संशोधन के बारे में कोई सवाल है? हमें टिप्पणियों में बताएं।