भारतीय सेना : देश की ढाल और सम्मान




भारतीय सेना, हमारे देश की सुरक्षा का अटल गढ़, एक ऐसी ताकत है जिस पर हम सभी को गर्व है। यह बहादुर पुरुषों और महिलाओं का एक संगठन है जो राष्ट्र के प्रति अटूट निष्ठा और समर्पण के साथ देश की सेवा करते हैं।

मैंने हमेशा सेना की प्रशंसा की है, उनकी अनुशासन, वीरता और बलिदान की भावना के लिए। अपने बचपन के दिनों में, मैं परेड और सेना के समारोहों में मंत्रमुग्ध हो जाता था, सैनिकों के साहस और समन्वय से प्रभावित होता था। जैसे-जैसे मैं बड़ा हुआ, मेरा सम्मान और बढ़ता गया, यह महसूस करते हुए कि हमारे देश की रक्षा के लिए ये बहादुर सैनिक कितना बलिदान करते हैं।

सैनिकों की कहानियां, उनके अदम्य साहस और दृढ़ संकल्प की कहानियां अक्सर मुझे प्रेरित करती हैं। याद है, कारगिल युद्ध के दौरान, कैप्टन विक्रम बत्रा की वीरता की कहानी? जवानों को प्रेरित करने और दुश्मन को हराने के लिए उन्होंने "ये दिल मांगे मोर" के नारे का इस्तेमाल किया था। उनके त्याग और वीरता ने देश को गौरवान्वित किया और युवाओं को प्रेरित किया।

सेना का योगदान केवल युद्ध तक सीमित नहीं है। वे प्राकृतिक आपदाओं और आपात स्थितियों के दौरान भी हमारी मदद के लिए हमेशा मौजूद रहते हैं। चाहे फ्लड रिलीफ ऑपरेशन हो या भूकंप बचाव मिशन, सेना हमेशा सबसे पहले जवाब देने वालों में से होती है। उनकी तत्परता और करुणा देख कर सुकून मिलता है, यह जानकर कि हमारे साथ ऐसे वीर हैं जो हमारे लिए अपनी जान जोखिम में डालने को तैयार हैं।

भारतीय सेना का इतिहास गौरवशाली है। स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आधुनिक युद्धों तक, हमारे सैनिकों ने अपनी वीरता और देशभक्ति साबित की है। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में, जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के नेतृत्व में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को हराकर बांग्लादेश को मुक्त कराया। यह एक ऐसी जीत थी जिसने दुनिया को चौंका दिया और भारत के सैन्य पराक्रम को साबित किया।

  • लेकिन भारतीय सेना सिर्फ एक लड़ाकू बल नहीं है। वे एक समुदाय हैं जो साहस, समर्पण और विविधता का प्रतिनिधित्व करते हैं। भारत के सभी कोनों से आने वाले पुरुष और महिलाएं सेना में शामिल होते हैं, विभिन्न धर्मों, भाषाओं और संस्कृतियों का एक सुंदर मिश्रण बनाते हैं।
  • यह विविधता सेना की ताकत है, जो भारत की एकता और अखंडता को दर्शाती है। एक साथ, वे राष्ट्र की रक्षा के लिए काम करते हैं, उनकी विविधता देश के लिए उनकी सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

इसलिए, आइए हम अपने सैनिकों के अदम्य साहस, उनकी अटूट प्रतिबद्धता और उनके निरंतर बलिदान को सलाम करें। वे हमारी सुरक्षा के लिए खड़े हैं, हमारे देश को सभी खतरों से बचाते हैं। भारतीय सेना, हमारे देश का गौरव, हमारे लिए प्रेरणा और राष्ट्र के प्रति हमारी जिम्मेदारी का एक सतत अनुस्मारक है। जय हिंद!