भारत ओलंपिक खेलों में लगातार भाग लेने वाले चुनिंदा देशों में से एक है. हमारे देश ने 23 बार ओलंपिक में भाग लिया है, जिनमें से 15 बार ग्रीष्मकालीन ओलंपिक और 8 बार शीतकालीन ओलंपिक शामिल हैं. भारत ने अब तक कुल 28 पदक जीते हैं, जिसमें 10 स्वर्ण पदक, 9 रजत पदक और 9 कांस्य पदक शामिल हैं.
भारत का पहला ओलंपिक पदक 1900 पेरिस ओलंपिक में आया था, जब नॉर्मन प्रिचर्ड ने 200 मीटर और 200 मीटर बाधा दौड़ में रजत पदक जीते थे. भारत को अपना पहला स्वर्ण पदक 1928 एम्स्टर्डम ओलंपिक में हॉकी में जीत के साथ मिला था, जिसके बाद लगातार छह ओलंपिक में हॉकी में स्वर्ण पदक जीता गया था.
भारतीय ओलंपियन में सबसे अधिक पदक जीतने वाले खिलाड़ी अभिनव बिंद्रा हैं, जिन्होंने 2008 बीजिंग ओलंपिक में एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था. अन्य उल्लेखनीय पदक विजेताओं में पीवी सिंधु, साक्षी मलिक, मैरी कॉम और विजेंदर सिंह जैसे नाम शामिल हैं.
भारत के ओलंपिक इतिहास में कई यादगार क्षण हैं, जैसे कि डीडी शर्मा द्वारा 1984 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना, अंजू बॉबी जॉर्ज द्वारा 2004 एथेंस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतना और नीरज चोपड़ा द्वारा 2020 टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना.
भारत का ओलंपिक खेलों में प्रदर्शन लगातार सुधार कर रहा है. देश ने 2012 लंदन ओलंपिक में 6 पदक जीते थे, जो अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. भारत का लक्ष्य 2024 पेरिस ओलंपिक और 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में और अधिक पदक जीतना है.
भारतीय ओलंपियन की प्रेरणादायक कहानियांये भारतीय ओलंपियन की कई प्रेरणादायक कहानियों में से कुछ हैं. इन एथलीटों ने देश को गौरवान्वित किया है और लाखों युवाओं को अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया है.
भारत का ओलंपिक इतिहास उतार-चढ़ाव से भरा रहा है. लेकिन भारतीय एथलीटों ने लगातार दृढ़ता, जुनून और खेल भावना का प्रदर्शन किया है. भारत उभरता हुआ ओलंपिक शक्ति है, और देश का लक्ष्य आने वाले वर्षों में और अधिक ऊंचाइयों को प्राप्त करना है.
ओलंपिक खेलों में भारत के भविष्य की संभावनाएं