माइक लिनच एक व्यक्तिगत प्रशिक्षक और फिटनेस विशेषज्ञ हैं जिन्होंने 50 की उम्र के बाद बॉडीबिल्डिंग में कदम रखा।
उन्होंने कभी भी फिटनेस को गंभीरता से नहीं लिया था, लेकिन एक दिन उनके अंदर कुछ ऐसा बदला।
उन्हें एहसास हुआ कि वह अपने जीवन के उस चरण में नहीं रहना चाहते जहां वे फिट और स्वस्थ नहीं हैं।
उन्होंने खुद को बदलने और फिटनेस में अपनी यात्रा शुरू करने का संकल्प लिया।
माइक लिनच की कहानी इस बात का प्रमाण है कि उम्र महज एक संख्या है।
उन्होंने साबित किया है कि आप किसी भी उम्र में अपने सपने पूरे कर सकते हैं।
यदि आपके मन में कुछ हासिल करने की इच्छा है, तो बस इसके लिए जाएं।
उम्र को अपने रास्ते में कभी मत आने दें।
माइक लिनच की कहानी संकल्प की शक्ति का एक वसीयतनामा भी है।
एक बार जब उन्होंने अपना मन बना लिया, तो उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
उन्होंने कड़ी मेहनत की, अपने आहार और व्यायाम के प्रति अनुशासन रखा।
उनका संकल्प अडिग था, और यही उन्हें सफलता तक ले गया।
माइक लिनच हमेशा सकारात्मक रहे हैं।
भले ही उनका रास्ता चुनौतियों से भरा था, उन्होंने कभी आशा नहीं छोड़ी।
उनका मानना है कि सकारात्मकता सब कुछ संभव बनाती है।
यदि आप सकारात्मक और अपने आप में विश्वास करते हैं, तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं।