माईसूर कैफे का मालिक
क्या आप जानते हैं माईसूर कैफे के मालिक के बारे में? अगर नहीं तो यह लेख आपके लिए ही है।
माईसूर कैफे, जो कि बेंगलुरु में स्थित एक लोकप्रिय रेस्तरां है, की स्थापना 1924 में श्री वेंकटरामन अय्यर ने की थी। श्री अय्यर एक दूरदर्शी उद्यमी थे, जिनके पास भोजन के प्रति गहरा जुनून था। उन्होंने माईसूर कैफे को एक ऐसे रेस्तरां के रूप में स्थापित किया जहां लोग स्वादिष्ट और किफायती भोजन का आनंद ले सकते हैं।
श्री अय्यर की कड़ी मेहनत और समर्पण ने माईसूर कैफे को बेंगलुरु में एक प्रसिद्ध स्थान बना दिया। रेस्तरां अपने स्वादिष्ट दक्षिण भारतीय व्यंजनों के लिए जाना जाता है, जिसमें मसाला डोसा, इडली और वड़ा शामिल हैं। माईसूर कैफे अपने शानदार वातावरण के लिए भी जाना जाता है, जो आरामदायक और आमंत्रित करने वाला है।
श्री अय्यर के निधन के बाद, रेस्तरां का प्रबंधन उनके बेटे श्री एन. वी. சுப்ப्रमण्यम ने किया। श्री சுப்ப्रमण्यम ने अपने पिता की परंपरा को जारी रखा और माईसूर कैफे को शहर के सबसे लोकप्रिय रेस्तरां में से एक बनाए रखा।
वर्तमान में, माईसूर कैफे का प्रबंधन श्री एन. वी. சுப்ப्रमण्यम के पोते श्री एन. वी. श्रीधर करते हैं। श्री श्रीधर एक अनुभवी व्यवसायी हैं, जिन्होंने रेस्तरां उद्योग में कई वर्षों का अनुभव प्राप्त किया है। उन्होंने माईसूर कैफे को आधुनिक बनाया है, जबकि इसकी परंपरा और आकर्षण को बरकरार रखा है।
माईसूर कैफे बेंगलुरु के सबसे प्रतिष्ठित रेस्तरां में से एक बना हुआ है। यह अपने स्वादिष्ट भोजन, उत्कृष्ट सेवा और शानदार वातावरण के लिए जाना जाता है। रेस्तरां अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के लिए भी जाना जाता है, और यह कई धर्मार्थ संगठनों का समर्थन करता है।
यदि आप कभी भी बेंगलुरु जाते हैं, तो माईसूर कैफे अवश्य जाएँ। यह एक ऐसा रेस्टोरेंट है जो आपको निराश नहीं करेगा।