मुझे पता है, मैं कोई शेर नहीं हूं कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का बड़ा बयान




बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि उन्हें पता है कि वह कोई शेर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह लोगों के सेवक हैं और उन्हें जनता की सेवा करनी है।

सिद्धारमैया का यह बयान ऐसे समय आया है जब विपक्ष उन्हें कमजोर नेता कहकर निशाना बना रहा है। विपक्ष का कहना है कि सिद्धारमैया ने राज्य में कानून व्यवस्था बिगाड़ दी है और वह भ्रष्टाचार को रोकने में नाकाम रहे हैं।

हालांकि, सिद्धारमैया ने अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि वह किसी शेर की तरह नहीं हैं और न ही वह ऐसा बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह लोगों के सेवक हैं और उन्हें जनता की सेवा करनी है।

सिद्धारमैया का यह बयान लोगों को बहुत पसंद आया है। लोगों का कहना है कि सिद्धारमैया एक अच्छे नेता हैं और वह राज्य के विकास के लिए काम कर रहे हैं।

सिद्धारमैया का जन्म मैसूर जिले के सिरगुप्पा गांव में एक गरीब परिवार में हुआ था। उन्होंने बीए और एलएलबी की पढ़ाई की। वह 1983 में पहली बार विधायक चुने गए। उन्होंने 1994 से 1999 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। वह 2013 से फिर से कर्नाटक के मुख्यमंत्री हैं।

सिद्धारमैया एक लोकप्रिय नेता हैं। वह अपनी ईमानदारी और जनता के लिए काम करने के जुनून के लिए जाने जाते हैं।

हालांकि, सिद्धारमैया पर भी कुछ आरोप लगे हैं। उन पर भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया है। हालांकि, सिद्धारमैया ने इन आरोपों से इनकार किया है।

सिद्धारमैया का कार्यकाल मिश्रित रहा है। उन्होंने राज्य में कई विकास परियोजनाएं शुरू की हैं। लेकिन, उन पर भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था को बनाए रखने में विफल रहने का भी आरोप लगाया गया है।

सिद्धारमैया का कार्यकाल 2018 में समाप्त हो रहा है। देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह फिर से चुनाव जीत पाते हैं।