मणिशंकर अय्यर, भारत की राजनीति के एक विवादास्पद और करिश्माई व्यक्ति हैं। 1947 में चेन्नई में जन्मे, वह एक दिग्गज राजनेता हैं जिन्होंने राजनयिक, पत्रकार और लेखक के रूप में भी काम किया है।
अपने पूरे करियर में, अय्यर अपनी तेज बुद्धि, वाक्पटुता और तीखी टिप्पणियों के लिए जाने जाते रहे हैं। उन्हें एक कुशल राजनीतिक रणनीतिकार भी माना जाता है, जिन्होंने कई चुनावी जीत में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व किया है।
अय्यर अपने विवादों के लिए भी जाने जाते हैं। 2009 में, उन्हें "नीची जाति" टिप्पणी करने के लिए निलंबित कर दिया गया था। बाद में उन्हें पार्टी में वापस लाया गया, लेकिन उनकी विवादास्पद टिप्पणियां उन्हें लगातार परेशान करती रहीं।
इस सब के बावजूद, अय्यर एक लोकप्रिय और सम्मानित व्यक्ति बने हुए हैं। वह अपनी बौद्धिक क्षमता, अपने सिद्धांतों के प्रति प्रतिबद्धता और लोगों से जुड़ने की अपनी क्षमता के लिए प्रशंसित हैं।
मैंने पहली बार 2004 में मणिशंकर अय्यर से मुलाकात की थी, जब मैं एक युवा पत्रकार था। वह उस समय कांग्रेस के प्रवक्ता थे और मैं पार्टी के प्रेस कॉन्फ्रेंस को कवर करने के लिए वहां गया था।
मैं अय्यर की तीखी बुद्धि और उनके मुद्दों पर स्पष्ट रूप से बोलने की उनकी क्षमता से तुरंत प्रभावित हुआ। वह एक करिश्माई व्यक्ति थे जो आसानी से लोगों से जुड़ जाते थे।
वर्षों बाद, मैं अय्यर से कई बार मिला और मैंने हमेशा उन्हें एक विचारशील और सच्चे व्यक्ति पाया। वह अपने सिद्धांतों के प्रति भावुक था और हमेशा सामाजिक न्याय और समानता के लिए खड़ा था।
अय्यर का करियर विवादों से भरा रहा है। 2009 में, उन्हें "नीची जाति" टिप्पणी करने के लिए निलंबित कर दिया गया था। इस टिप्पणी ने तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी का अपमान किया।
अय्यर ने बाद में अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी, लेकिन यह उनकी विवादास्पद बयानों की एक लंबी कड़ी में से एक थी। उन्हें अक्सर पाकिस्तान और भारत-चीन संबंधों पर उनकी टिप्पणियों के लिए आलोचना की जाती है।
हालांकि, अय्यर के समर्थक तर्क देते हैं कि उनकी तेज बुद्धि और साहस बोलने के लिए उनकी आलोचना के लायक है। उनका तर्क है कि वह उन कुछ भारतीय राजनेताओं में से एक हैं जो अपने दिमाग की बात कहने से नहीं डरते।
मणिशंकर अय्यर भारतीय राजनीति में एक जटिल और विरोधाभासी व्यक्ति हैं। वह एक बुद्धिमान और करिश्माई व्यक्ति हैं जो अपने सिद्धांतों के प्रति भावुक हैं। हालाँकि, वह अपने विवादों के लिए भी जाने जाते हैं।
अय्यर की विरासत मिश्रित होने की संभावना है। उन्हें एक कुशल राजनीतिक रणनीतिकार और विचारशील राजनेता के रूप में याद किया जा सकता है। हालाँकि, उन्हें उनके विवादों और विभाजनकारी टिप्पणियों के लिए भी याद किया जा सकता है।
अंतिम विश्लेषण में, मणिशंकर अय्यर एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने भारतीय राजनीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। वह एक जटिल और बहुआयामी व्यक्ति हैं जिनकी विरासत पर आने वाले वर्षों में बहस होने की संभावना है।