श्रीलंकाई क्रिकेट जगत में मथीशा पाथिरना नाम तेजी से चमक रहा है। अपनी शानदार गति और कौशल से, इस युवा गेंदबाज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में धूम मचा दी है। उनकी कहानी प्रेरणा, कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प की एक प्रेरक गाथा है।
प्रारंभिक दिन:
मथीशा पाथिरना का जन्म 11 अगस्त, 2004 को कोलंबो, श्रीलंका में हुआ था। बचपन से ही, उन्हें क्रिकेट का शौक था, और वह घंटों तक अपने दोस्तों के साथ गली-मोहल्लों में गेंदबाजी का अभ्यास करते थे।
क्लब क्रिकेट की यात्रा:
16 साल की उम्र में, पाथिरना ने कोलंबो क्रिकेट क्लब में शामिल होकर अपना क्लब क्रिकेट करियर शुरू किया। उन्होंने तुरंत प्रभाव डाला, अपनी तेज गेंदबाजी और विकेट लेने की क्षमता से सभी को प्रभावित किया।
राष्ट्रीय चयन:
2021 में, पाथिरना को श्रीलंका की अंडर-19 टीम के लिए चुना गया। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में आयोजित अंडर-19 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया, जो टूर्नामेंट में श्रीलंका के अग्रणी विकेट लेने वाले गेंदबाज बने।
अंतरराष्ट्रीय पदार्पण:
पाथिरना का अंतरराष्ट्रीय पदार्पण 2022 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 मैच में हुआ था। उन्होंने अपने पदार्पण पर दो विकेट लेकर प्रभावशाली शुरुआत की, जिससे पता चला कि उनमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल होने की क्षमता है।
उभरता हुआ सितारा:
सिर्फ 18 साल की उम्र में, पाथिरना पहले ही श्रीलंकाई क्रिकेट में एक उभरते हुए सितारे के रूप में स्थापित हो चुके हैं। उनकी घातक गति और विकेट लेने की क्षमता ने उन्हें देश के सबसे रोमांचक युवा गेंदबाजों में से एक बना दिया है।
भविष्य का वादा:
पाथिरना के पास एक उज्ज्वल भविष्य है, और उनके कौशल और प्रतिभा का मतलब है कि वह श्रीलंकाई क्रिकेट में एक प्रमुख व्यक्ति हो सकते हैं। उनकी क्षमता अपार है, और दुनिया को यह देखने के लिए उत्साहित हैं कि उनके करियर में आगे क्या होगा।
मथीशा पाथिरना की यात्रा प्रेरणा की कहानी है, जो कड़ी मेहनत, समर्पण और कभी न हारने वाले दृढ़ संकल्प की गवाही देती है। वह निस्संदेह श्रीलंकाई क्रिकेट के भविष्य के सितारों में से एक हैं, और आने वाले कई वर्षों तक उनके गेंदबाजी कौशल और करिश्मे से प्रशंसकों का मनोरंजन करने की उम्मीद है।