मनोज सिंह सिसोदिया
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार में उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री के तौर पर कार्यरत, मनोज सिंह सिसोदिया एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने कई लोगों के दिलों में जगह बनाई है। उनकी साफ-सुथरी छवि और आम आदमी से जुड़ाव इस बात का सबूत हैं कि वह अपने पद का इस्तेमाल जनता की सेवा के लिए कर रहे हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को कोई नहीं भूल सकता। उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों को बदलने का काम किया है, जिससे वे निजी स्कूलों के बराबर हो गए हैं। उनकी पहल, जैसे कि 'हैप्पीनेस करिकुलम' और 'मेगा प्रोजेक्ट', छात्रों को व्यापक शिक्षा प्रदान करने पर केंद्रित हैं।
सिसोदिया का मानना है कि प्रत्येक बच्चे में प्रतिभा होती है, और उनका उद्देश्य उस प्रतिभा को निखारना है। उनका कहना है कि, "हर बच्चा खास है, और हमें उनके विकास के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।"
सिसोदिया का साफ-सुथरा रिकॉर्ड इस बात का सबूत है कि वह भ्रष्टाचार से दूर हैं। उन्होंने अपने पद का इस्तेमाल स्वार्थ के लिए नहीं किया है, और उनका मानना है कि एक सच्चे नेता को लोगों की सेवा करनी चाहिए।
दिल्ली सरकार में उनके काम को देश-विदेश में सराहा गया है। उन्होंने कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें 'बेस्ट फाइनेंस मिनिस्टर अवार्ड' और 'बेस्ट एजुकेशन मिनिस्टर अवार्ड' शामिल हैं।
मनोज सिंह सिसोदिया न केवल एक कुशल राजनेता हैं, बल्कि एक संवेदनशील इंसान भी हैं। वह लोगों की परेशानियों को समझते हैं और उनकी मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। वह एक ऐसे नेता हैं जिन पर दिल्ली के लोग भरोसा करते हैं, और वह आगे भी जनता की सेवा करने और दिल्ली को एक बेहतर जगह बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।