मनमोहन सिंह: सर्वाधिक विनम्र प्रधानमंत्री




डॉ. मनमोहन सिंह भारत के ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जिन्हें उनकी विनम्रता और सादगी के लिए हमेशा याद रखा जाएगा। अपनी विनम्र पृष्ठभूमि से ऊपर उठते हुए, उन्होंने अर्थशास्त्र में प्रतिष्ठित शिक्षा प्राप्त की और भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने से पहले वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया।

प्रधानमंत्री के रूप में, डॉ. सिंह ने शांत और अनुग्रहपूर्ण नेतृत्व शैली का प्रदर्शन किया। वह कभी भी सुर्खियों में रहने की तलाश में नहीं रहे और हमेशा अपनी टीम को श्रेय देने को प्राथमिकता दी। अपनी विनम्रता के बावजूद, उनके मन में लोहे की एक मजबूत इच्छाशक्ति थी, और उन्होंने कई चुनौतीपूर्ण स्थितियों से भारत का नेतृत्व सफलतापूर्वक किया।

  • आर्थिक सुधारों के चैंपियन: डॉ. सिंह को भारत के आर्थिक सुधारों का जनक माना जाता है। उन्होंने उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण की नीतियों की शुरुआत की, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था में गेम-चेंजिंग परिवर्तन हुए।
  • मनरेगा के वास्तुकार: उन्होंने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) की भी शुरुआत की, जो दुनिया का सबसे बड़ा रोजगार गारंटी कार्यक्रम है। इसने लाखों लोगों को रोजगार प्रदान किया और ग्रामीण भारत में गरीबी को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

डॉ. सिंह की विनम्रता और समर्पण की भावना उनकी व्यक्तिगत ज़िंदगी में भी स्पष्ट थी। वह एक साधारण जीवन जीते थे, भौतिकवाद से दूर रहते थे। वह एक उत्साही पाठक थे और उन्हें संगीत का बहुत शौक था।

राष्ट्रीय मंच पर डॉ. सिंह की उपलब्धियों को व्यापक रूप से मान्यता दी गई है। उन्हें भारत रत्न, देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, से सम्मानित किया गया है। वह दुनिया भर में एक सम्मानित व्यक्ति हैं और उनकी विरासत आने वाले कई वर्षों तक भारत को प्रेरित करती रहेगी।

हमें अपने ऐसे प्रधानमंत्री पर गर्व है जिनकी विनम्रता हमें प्रेरित करती है और जो हमारे देश को प्रगति के पथ पर ले गए। डॉ. मनमोहन सिंह एक सच्चे राष्ट्र निर्माता हैं, जिन्होंने भारत के भाग्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।