मोहन बागान




मोहन बागान भारत का एक प्रसिद्ध फुटबॉल क्लब है, जिसकी स्थापना 1889 में कोलकाता में हुई थी। यह एशिया का सबसे पुराना फुटबॉल क्लब है साथ ही साथ भारत का सबसे सफलतम फुटबॉल क्लब भी है। मोहन बागान को "गरीबों का क्लब" भी कहा जाता है, क्योंकि यह क्लब कोलकाता के गरीबों और श्रमिक वर्ग द्वारा स्थापित किया गया था।
मोहन बागान का इतिहास
मोहन बागान की स्थापना 15 अगस्त, 1889 को कोलकाता के मोहन बागान इलाके में हुई थी। क्लब के संस्थापक सदस्य सभी भारतीय थे, जो ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के कर्मचारी थे। क्लब का नाम बाबू मोहन शंकर दे के बगीचे के नाम पर रखा गया था, जहां क्लब के संस्थापक सदस्य मिलते थे और फुटबॉल खेलते थे।
मोहन बागान ने अपनी स्थापना के बाद से कई उपलब्धियां हासिल की हैं। क्लब ने 1911 में भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप जीती, जो उस समय एक प्रतिष्ठित टूर्नामेंट था। मोहन बागान ने इसके बाद 1914, 1915, 1918, 1920, 1921, 1923, 1924, 1927, 1928, 1930, 1932, 1933, 1934, 1935, 1936, 1937, 1938, 1939, 1942, 1943, 1944, 1945, 1946, 1947, 1950, 1952, 1954, 1956, 1957, 1958, 1959, 1960, 1961, 1962, 1963, 1964, 1965, 1966, 1967, 1968, 1969, 1970, 1971, 1972, 1973, 1974, 1975, 1976, 1977, 1978, 1979, 1980, 1981, 1982, 1983, 1984, 1985, 1986, 1987, 1988, 1989, 1990, 1991, 1992, 1993, 1994, 1995, 1996, 1997, 1998, 1999, 2000, 2001, 2002, 2003, 2004, 2005, 2006, 2007, 2008, 2009, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2015, 2016, 2017 और 2018 सहित 32 बार राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती है।
मोहन बागान के खिलाड़ी
मोहन बागान ने कई महान खिलाड़ियों को जन्म दिया है, जिनमें से कुछ भारतीय फुटबॉल के दिग्गज रहे हैं। इनमें से कुछ खिलाड़ी हैं:

गोपाल बोस
  • सैयद निजामुद्दीन
  • श्यामल घोष
  • फिरोज सेठना
  • पीके बनर्जी
  • सुचित्रा सेन
  • सुदीप्तो चटर्जी
  • इम्तियाज हुसैन
  • एफएफ सुलेमान
  • भाईचुंग भूटिया
  • जावेद खान
  • मोहन बागान के प्रशंसक
    मोहन बागान के प्रशंसकों को "मरून ब्रिगेड" के नाम से जाना जाता है। वे भारत में सबसे वफादार और जुनूनी फुटबॉल प्रशंसकों में से हैं। मरून ब्रिगेड क्लब के हर मैच में भारी संख्या में उपस्थित रहते हैं और अपनी टीम का जमकर समर्थन करते हैं।
    मोहन बागान का भविष्य
    मोहन बागान का भविष्य उज्ज्वल दिखाई देता है। क्लब में प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों का एक समूह है और इसे भारतीय फुटबॉल में सर्वश्रेष्ठ क्लबों में से एक माना जाता है। क्लब वर्तमान में भारतीय सुपर लीग में खेल रहा है, जो भारत की सर्वोच्च स्तरीय फुटबॉल लीग है। मोहन बागान का लक्ष्य इस लीग को जीतना और एएफसी चैंपियंस लीग में खेलना है।