'माँ' कहकर पुकारते हैं किसान, राजनीतिक कॅरियर की ये है पूरी कहानी




कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का जन्म 12 जनवरी 1972 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता स्व. राजीव गांधी देश के पूर्व प्रधानमंत्री थे, जबकि माता सोनिया गांधी वर्तमान में कांग्रेस की अध्यक्षा हैं। प्रियंका गांधी को प्यार से 'प्रियंका जी' और 'कैप्टन साहिबा' के नाम से भी जाना जाता है।

राजनीतिक सफर:

प्रियंका गांधी ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 1999 के लोकसभा चुनावों में अमेठी से चुनाव लड़कर की थी, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने सक्रिय राजनीति से दूरी बना ली। 2004 में, उन्होंने फिर से अमेठी से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। हालांकि, 2014 के चुनावों में उन्हें भाजपा के उम्मीदवार स्मृति ईरानी से हार का सामना करना पड़ा।

2019 के लोकसभा चुनाव में वापसी:

2019 के लोकसभा चुनावों में, प्रियंका गांधी ने कांग्रेस की ओर से उत्तर प्रदेश में प्रचार की अगुवाई की। उनके भाषण और रैलियों को लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली। चुनाव परिणामस्वरूप, कांग्रेस उत्तर प्रदेश में केवल एक सीट जीत पाई, लेकिन प्रियंका गांधी की भूमिका को पार्टी के लिए एक बड़ी सफलता के रूप में देखा गया।

व्यक्तिगत जीवन:

प्रियंका गांधी ने 18 फरवरी 1997 को व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा से शादी की। उनके दो बच्चे हैं, राहुल और मिराया। प्रियंका गांधी को किताबें पढ़ने, खाना बनाने और अपने बच्चों के साथ समय बिताने का शौक है।

किसानों के बीच लोकप्रियता:

प्रियंका गांधी किसानों के बीच अपनी सादगी और उनकी समस्याओं को समझने के लिए जानी जाती हैं। उन्हें किसानों द्वारा प्यार से 'माँ' कहकर पुकारा जाता है। वह अक्सर किसान आंदोलनों और रैलियों में शामिल होती हैं, उनकी मांगों का समर्थन करती हैं।

राजनीतिक शैली:

प्रियंका गांधी अपनी सहज और जनता से जुड़ने की क्षमता के लिए जानी जाती हैं। वह सीधे लोगों से बात करती हैं और उनकी चिंताओं को सुनती हैं। उनकी राजनीतिक शैली में अपने दिवंगत पिता राजीव गांधी की गूंज देखी जा सकती है, जो अपनी युवा अपील और लोगों से जुड़ने की क्षमता के लिए जाने जाते थे।

प्रियंका गांधी एक मजबूत और प्रभावशाली नेता हैं। वह कांग्रेस पार्टी के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति हैं और आने वाले वर्षों में उनसे बहुत कुछ हासिल करने की उम्मीद है।