हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया मनाई जाती है। इस दिन से ही शुभ कार्यों की शुरुआत होती है। मान्यता है कि इस दिन माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और इस दिन किए गए हर काम का अक्षय फल प्राप्त होता है।
अक्षय तृतीया के दिन सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें। माँ लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें। अष्टदल कमल पर माँ लक्ष्मी को विराजमान करें। चावल, फूल, फल और मिठाई अर्पित करें। दीप प्रज्वलित करें और माँ लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें। इसके बाद माँ लक्ष्मी की आरती करें और प्रसाद वितरित करें।
अक्षय तृतीया के दिन ही भगवान विष्णु ने अपने शंख चक्र और गदा की प्राप्ति की थी। इसी दिन माँ गंगा स्वर्ग से धरती पर आई थीं। इसलिए इस दिन को अक्षय तृतीया के रूप में मनाया जाता है।
इस अक्षय तृतीया पर माँ लक्ष्मी की कृपा आप पर सदैव बनी रहे, यही कामना है।