बॉलीवुड में अपनी जगह बनाना कोई आसान काम नहीं है, खासकर जब आप एक बाहरी व्यक्ति हों। लेकिन रेतिका हूडा ने इस चुनौती को स्वीकार किया और अपने असाधारण अभिनय कौशल और दृढ़ संकल्प के साथ एक पहचान बनाई है।
राजस्थान के छोटे से शहर सीकर में जन्मी और पली-बढ़ी रेतिका ने हमेशा अभिनय के प्रति जुनून रखा। उन्होंने दिल्ली के प्रसिद्ध नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से प्रशिक्षण लिया, जहाँ उन्होंने अपनी प्रतिभा को निखारा।
झगड़ों और अस्वीकृतियों का सामनाबॉलीवुड में अपना रास्ता बनाना रेतिका के लिए गुलाबों का बिस्तर नहीं था। उन्हें कई झगड़ों और अस्वीकृतियों का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी प्रतिभा पर भरोसा रखा।
इन सभी अस्वीकृतियों के बावजूद, रेतिका ने अपना सिर ऊंचा रखा और अपना रास्ता खुद बनाया। उन्हें आखिरकार 2019 में अपनी पहली बड़ी भूमिका मिली, जब उन्होंने राजकुमार राव के साथ फिल्म "रूही" में अभिनय किया।
रेतिका का शानदार प्रदर्शन सराहा गया और उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया। तब से, उन्होंने कई फिल्मों में अभिनय किया है, जिनमें "83", "द बिग बुल" और "मोदी जी की बेटी" शामिल हैं।
रेतिका की सफलता केवल उनके अभिनय कौशल के कारण नहीं है। वह दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास से भी भरी हुई हैं, जो उन्हें बाधाओं को पार करने में मदद करता है।
पर्दे के पीछेपर्दे के पीछे, रेटिका एक जमीन से जुड़ी और मिलनसार इंसान हैं। वह अपनी जड़ों को नहीं भूली हैं और अक्सर अपने गृहनगर सीकर जाती हैं।
वह एक जानवर प्रेमी भी हैं और दो कुत्तों और एक बिल्ली की माँ हैं। रेतिका को खाना बनाना भी पसंद है और उन्हें राजस्थानी व्यंजन बनाने में महारत हासिल है।
आने वाला कलरेटिका हूडा बॉलीवुड में एक उज्ज्वल सितारा हैं। उनकी प्रतिभा, दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास उन्हें उद्योग में एक लंबा और सफल करियर बनाने के लिए तैयार करते हैं।
एक प्रेरक संदेशरेटिका की यात्रा उन सभी के लिए एक प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं। यह दर्शाता है कि कड़ी मेहनत, जुनून और आत्मविश्वास के साथ, कोई भी बाधाओं को पार कर सकता है।
यह लेख रेतिका हूडा के जीवन और करियर की एक झलक मात्र है। जैसे-जैसे वह अपने सफर में आगे बढ़ती रहेंगी, उनके बारे में और भी कई कहानियाँ कहने को होंगी।