रिलायंस एजीएम: क्या मुकेश अंबानी के पास भारत को बदलने की चाबी है?




मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स में रिलायंस इंडस्ट्रीज की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) हमेशा एक बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम होता है।
इस साल का एजीएम विशेष रूप से महत्वपूर्ण था क्योंकि इसने भारत के सबसे बड़े समूह की विकास योजनाओं और देश के भविष्य के लिए उसके दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला।

तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था

मुकेश अंबानी ने अपने संबोधन में भारत की तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "भारत डिजिटल क्रांति के कगार पर है। 5जी, एआई और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे तकनीकी विकास हमारे जीवन के हर पहलू को बदल रहे हैं।"

रिलायंस इस क्रांति में सबसे आगे है। इसकी दूरसंचार शाखा, जियो, भारत में सबसे बड़ा दूरसंचार ऑपरेटर है, जिसके 450 मिलियन से अधिक ग्राहक हैं। रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म, एक डिजिटल सेवाओं की कंपनी, भारत की सबसे बड़ी डिजिटल कंपनी है।

हरित ऊर्जा में निवेश

डिजिटल के अलावा, मुकेश अंबानी ने हरित ऊर्जा में रिलायंस के निवेश पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "हमारा मानना है कि हरित ऊर्जा भारत के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है। हम अपने परिचालन को हरित बनाने और भारत को नेट ज़ीरो उत्सर्जन वाले देश बनाने में योगदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

रिलायंस ने अक्षय ऊर्जा में अपनी क्षमता को बढ़ाने के लिए हाल के महीनों में कई अधिग्रहण किए हैं। इसने सोलर पैनल और विंड टर्बाइन निर्माताओं में भी निवेश किया है।

भारत को वैश्विक शक्ति बनाना

मुकेश अंबानी ने अपने संबोधन में भारत को एक वैश्विक शक्ति बनाने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को भी साझा किया। उन्होंने कहा, "भारत एक युवा देश है जिसमें असीम संभावनाएं हैं। हमें अपने लोगों और अर्थव्यवस्था में विश्वास होना चाहिए।"

रिलायंस कई क्षेत्रों में भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार करने में मदद करने के लिए काम कर रहा है। उदाहरण के लिए, यह विनिर्माण, खुदरा और स्वास्थ्य सेवा में अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा है।

समाज को वापस देना

मुकेश अंबानी ने अपने संबोधन में समाज को वापस देने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, "रिलायंस केवल एक व्यवसाय नहीं है। यह एक संस्था है जिसकी समाज के प्रति जिम्मेदारी है।"

रिलायंस फाउंडेशन, रिलायंस इंडस्ट्रीज की सामाजिक शाखा, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और आपदा राहत सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम करती है। फाउंडेशन ने भारत में लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में मदद की है।

निष्कर्ष

रिलायंस एजीएम भारत के भविष्य के लिए एक आशावादी दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। मुकेश अंबानी की महत्वाकांक्षाएँ स्पष्ट हैं: वह भारत को एक वैश्विक शक्ति बनाना चाहते हैं, हरित ऊर्जा में अग्रणी बनना चाहते हैं और समाज को वापस देना चाहते हैं।

रिलायंस के पास इन महत्वाकांक्षाओं को प्राप्त करने के लिए संसाधन और क्षमता दोनों हैं। यह देखना बाकी है कि क्या मुकेश अंबानी भारत को बदलने की चाबी रखते हैं, लेकिन उनके दृष्टिकोण ने निश्चित रूप से देश के भविष्य के बारे में बातचीत शुरू कर दी है।