लालू प्रसाद यादव




बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव हिंदी राजनीति के चर्चित नाम हैं। 'चारा घोटाला' में सज़ा काटने के बाद भले ही उनका राजनीतिक कद थोड़ा कम हो गया हो, लेकिन बिहार में उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है।

लालू प्रसाद यादव का जन्म 11 जून, 1948 को बिहार के गोपालगंज जिले के फुलवरिया गाँव में एक किसान परिवार में हुआ। राजनीति में आने से पहले वे पटना विश्वविद्यालय से एमए पास हैं।

राजनीतिक सफर

लालू प्रसाद यादव का राजनीतिक सफर 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के साथ शुरू हुआ। वह चुनाव जीते और बिहार सरकार में मंत्री बने। 1980 में उन्हें जनता दल का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया।

1989 में लालू प्रसाद यादव बिहार के मुख्यमंत्री बने। वह 1990, 1995 और 2000 में भी मुख्यमंत्री चुने गए। उनके कार्यकाल को बिहार में 'सामाजिक न्याय की राजनीति' के रूप में याद किया जाता है। उन्होंने पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों को सशक्त बनाने के लिए कई कदम उठाए।

चारा घोटाला

1996 में लालू प्रसाद यादव पर चारा घोटाले में कथित भूमिका के लिए सीबीआई ने मामला दर्ज किया। इस घोटाले में उन्हें 2013 में सज़ा सुनाई गई और उन्हें जेल भेज दिया गया। 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने घोटाले में सज़ा को बरकरार रखा।

चारा घोटाला लालू प्रसाद यादव के राजनीतिक करियर पर एक बड़ा दाग है। हालाँकि, बिहार की जनता के बीच उनकी लोकप्रियता बरकरार है। 2020 में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था।

राजनीतिक विरासत

लालू प्रसाद यादव ने बिहार की राजनीति पर एक अमिट छाप छोड़ी है। वह एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों को सशक्त बनाया और बिहार में सामाजिक न्याय की राजनीति को मज़बूत किया। उनकी राजनीतिक विरासत आने वाले कई वर्षों तक याद की जाएगी।

व्यक्तित्व

लालू प्रसाद यादव अपने 'तेज-तर्रार' और 'निडर' व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं। वह एक कुशल वक्ता हैं और उनके भाषण अक्सर अपने हास्य और जनता से जुड़ने की क्षमता के लिए प्रशंसित होते हैं।

निजी जीवन

लालू प्रसाद यादव का विवाह राबड़ी देवी से हुआ है। उनके दो बेटे और सात बेटियाँ हैं। उनके बेटे तेजस्वी यादव वर्तमान में बिहार के उपमुख्यमंत्री हैं।

लालू प्रसाद यादव एक विवादास्पद व्यक्ति हैं, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह बिहार की राजनीति के सबसे रंगीन और लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं।