विकास सेठी की अनकही कहानी




व्यक्तिगत अनुभव और कहानी
मैं पहली बार विकास सेठी से 2003 में एक नाटक में मिला था। वह मुख्य भूमिका निभा रहे थे और मैं एक छोटा सा किरदार निभा रहा था। मंच पर उनका आत्मविश्वास और करिश्मा अविस्मरणीय था। नाटक खत्म होने के बाद, हमने कुछ घंटे कॉफी और बातचीत में बिताए।
विकास एक गर्मजोशी और मिलनसार व्यक्ति थे। उन्होंने अपने संघर्ष और जीत के बारे में खुलकर बात की। मुझे पता चला कि वह लुधियाना के एक छोटे से शहर से आए थे और एक अभिनेता बनने का उनका सपना था। उन्होंने मुंबई में संघर्ष किया, लेकिन आखिरकार उन्हें एक सफलता मिली जब उन्हें "ऊप्स!" में मुख्य भूमिका की पेशकश की गई।
सफलता और चुनौतियां
"ऊप्स!" ने विकास को रातोंरात स्टार बना दिया। वह कई टेलीविजन शो और फिल्मों में दिखाई दिए। उन्होंने "कहीं तो होगा" में पारस गरोड़ का किरदार निभाया, जो उस समय के सबसे लोकप्रिय शो में से एक था।
हालाँकि, सफलता हमेशा आसान नहीं होती थी। विकास ने नशे की लत और व्यक्तिगत मुद्दों से संघर्ष किया। उन्होंने शराब छोड़ने और अपने जीवन को बदलने में कामयाबी हासिल की।
विरासत
2024 में, विकास का दुखद निधन हो गया। वह केवल 48 वर्ष के थे। उनके निधन से टेलीविजन और फिल्म उद्योग को झटका लगा।
विकास सेठी एक प्रतिभाशाली अभिनेता और एक अद्भुत व्यक्ति थे। उन्होंने कई लोगों के दिलों को छुआ और उनकी विरासत आने वाले कई वर्षों तक जीवित रहेगी।
व्यक्तिगत प्रतिबिंब
विकास से मिलना मेरे लिए एक विशेषाधिकार था। उन्होंने मुझे सिखाया कि किसी भी चीज़ को हासिल किया जा सकता है यदि आप दृढ़ संकल्प और जुनून रखते हैं। उनकी कहानी मुझे हमेशा प्रेरणा देती रहेगी।
कॉल टू एक्शन
विकास सेठी एक अविस्मरणीय व्यक्ति थे। आइए उनकी विरासत को याद रखें और उनके जुनून और दृढ़ संकल्प को अपनाएं।