विज्ञापन यादगारी एक महत्वपूर्ण और गहरी विपणन खोज है जिसका उपयोग उत्पाद या सेवा की पहचान और याददाश्त में सुधार करने के लिए किया जाता है। इसका मतलब है कि जब व्यक्ति एक विज्ञापन को देखता है, तो वह उसे बाद में याद रख सकता है। यह उपयोगी होता है क्योंकि जब व्यक्ति उत्पाद खरीदने की विचारशक्ति रखता है, तो उसे अपने अवसरों की याददाश्त पर आधारित निर्णय लेने में मदद मिलती है।
विज्ञापन यादगारी को अलग-अलग तरीकों से मापा जा सकता है, जैसे कि विज्ञापन के लिए सवालों को पूछना, यादगारी टेस्ट करवाना और विज्ञापन को देखने के बाद व्यक्तियों के व्यवहार की जांच करना। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होता है कि विज्ञापन का प्रभावी रूप से प्रदर्शन हो रहा है और उसे अपने उद्देश्य को प्राप्त करने में सहायता मिल रही है।
विज्ञापन यादगारी का महत्वपूर्ण अंग ब्रांड रिकॉल है। जब व्यक्ति को विज्ञापन देखने के बाद उत्पाद की संबंधितता याद रहती है, तो वह उत्पाद को भी याद रखता है जब उसे खरीदने का जरूरत होती है। यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जिसके द्वारा उत्पाद ब्रांडिंग और विपणन के माध्यम से विज्ञापन यादगारी का उपयोग किया जाता है।
विज्ञापन यादगारी को मापने के लिए कई प्रमुख तरीके हैं। एक प्रमुख तकनीक है "अभिप्रेरणात्मक प्रभाव" की जांच करना, जिसमें विज्ञापन के प्रदर्शन के बाद उत्पाद की खरीदने की प्रवृत्ति का मापन किया जाता है। दूसरी तकनीक है "यादगारी टेस्ट" जिसमें व्यक्तियों को विज्ञापन के बारे में सवाल पूछे जाते हैं और उनकी याददाश्त की जांच की जाती है। तीसरी और अधिक पारंपरिक तकनीक है "प्रश्नोत्तर वाद" जिसमें विज्ञापन के बारे में व्यक्तियों से बातचीत की जाती है और उनके विज्ञापन के प्रति भावनाओं की जांच की जाती है।
विज्ञापन यादगारी को मापने के लिए कई उपकरण और मेट्रिक्स उपलब्ध हैं। इनमें से कुछ मुख्य शामिल हैं:
विज्ञापन यादगारी का महत्वपूर्ण अंग डिजिटल माध्यमों में भी है। इंटरनेट, सोशल मीडिया, मोबाइल ऐप्स और वीडियो विज्ञापन के माध्यम से विज्ञापन यादगारी को मापने का अवसर प्रदान करते हैं। विज्ञापन यादगारी में सफलता प्राप्त करने के लिए, विपणनकर्ताओं को विज्ञापन के रचनात्मक प्रकार, संदेश, और सही समय और स्थान के साथ संबंधितता बनाए रखने की आवश्यकता होती है।
विज्ञापन यादगारी विपणन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि विज्ञापन यादगारी के बिना, विज्ञापन अप्रभावी हो सकते हैं और अपना उद्देश्य नहीं प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए, विपणन योजना बनाते समय विज्ञापन यादगारी पर विशेष ध्यान देना चाहिए ताकि उत्पाद या सेवा के संबंध में गहरी याददाश्त उत्पन्न की जा सके।