भारत की एक खास एयरलाइन विस्तारा का सूर्य अस्त हो गया है। विस्तारा आज अपनी आखिरी उड़ान भरने जा रही है, जिसके बाद उसका एयर इंडिया में विलय हो जाएगा।
और यहीं खत्म नहीं होती है विस्तारा की कहानी। यह एयरलाइन Tata Sons और Singapore Airlines के संयुक्त उपक्रम के तहत शुरू हुई थी और 9 जनवरी 2015 को दिल्ली और मुंबई के बीच अपनी पहली उड़ान भरी थी। बीते 9 सालों में विस्तारा ने भारतीय एविएशन उद्योग में अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
विस्तारा की विदाई सिर्फ एक एयरलाइन की नहीं है, बल्कि एक युग का अंत है। यह भारत की पहली प्रीमियम फुल-सर्विस एयरलाइन थी जिसने यात्रियों को एक शानदार और आरामदायक यात्रा का अनुभव कराया। ब्रेकफास्ट में परोसे जाने वाले गरम पोहे, खूबसूरत परिचारिकाओं की मुस्कान और शांत केबिन वातावरण, ये सब अब विस्तारा की यादें बनकर रह जाएंगे।
विस्तारा का विलय एयर इंडिया में भारतीय नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव है। अब भारतीय एयरलाइन उद्योग में केवल दो प्रमुख एयरलाइन ही रह जाएंगी, एयर इंडिया और इंडिगो।
विस्तारा की विदाई भारतीय एविएशन इतिहास में एक दुखद घटना है। यह एयरलाइन हमेशा अपने यात्रियों के दिलों में एक खास जगह बनाए रखेगी। विदाई विस्तारा, तुम सदा याद रहोगी!