वीरेंद्र सेहवाग




सचिन तेंडूलकर ने "मास्टर ब्लास्टर" की उपाधि पाने के लिए क्रिकेट के मैदान पर सालों मेहनत की थी. लेकिन वीरेंद्र सहवाग ने "वीरू" बनकर यह उपाधि मैदान पर आते ही अपने नाम दर्ज कर ली. क्रिकेट के इतिहास में सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में से एक.

वीरेंद्र सहवाग का प्रारंभिक जीवन:

वीरेंद्र सहवाग का जन्म 20 अक्टूबर, 1978 में नई दिल्ली में हुआ था। उनका परिवार हरियाणा के झज्जर जिले के नाहरी गाँव से था। सहवाग ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 1995 में अपने स्कूल विक्टोर पब्लिक स्कूल, दिल्ली से की थी।

घरेलू क्रिकेट में सफलता:

सहवाग ने 1997-98 में हरियाणा के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया। उन्होंने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया और जल्द ही भारतीय क्रिकेट टीम का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी खेला, जहां उन्होंने कई यादगार पारियां खेलीं।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रदर्शन:

सहवाग ने 2001 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। वह टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक बनाने वाले पहले भारतीय थे, जो उन्होंने 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ किया था। उन्होंने वनडे क्रिकेट में भी शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें दोहरा शतक भी शामिल है जो उन्होंने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाया था। कुल मिलाकर, सहवाग ने भारत के लिए 104 टेस्ट मैच, 251 एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच और 19 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले।

बल्लेबाजी शैली:

सहवाग एक आक्रामक बल्लेबाज थे जो मैदान के चारों ओर शॉट खेलने से नहीं डरते थे। वह अपनी मजबूत कलाई और तेज स्कोरिंग दर के लिए जाने जाते थे। उन्होंने मैदान के अंदर और बाहर दोनों तरह से कई अविश्वसनीय शॉट खेले, जिससे दर्शकों को खुशी मिलती थी।

ऑफ-फील्ड व्यक्तित्व:

मैदान के बाहर, सहवाग एक विनोदी और जमीन से जुड़े व्यक्ति थे। उनका त्वरित बुद्धि और चुटीली टिप्पणियों के लिए उन्हें जाना जाता था। "वो जो ऊपर वाला है, वो गलतियाँ नहीं करता" उनकी सबसे प्रसिद्ध उक्तियों में से एक है।

विरासत:

वीरेंद्र सहवाग भारतीय क्रिकेट के दिग्गजों में से एक हैं। उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी और मनोरंजक खेल शैली ने उन्हें खेल के प्रशंसकों के बीच पसंदीदा बना दिया। क्रिकेट के इतिहास में सबसे खतरनाक सलामी बल्लेबाजों में से एक के रूप में उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। 2022 में, उन्हें भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।

वीरेंद्र सहवाग एक सच्चे भारतीय हीरो हैं जिन्होंने दुनिया भर में क्रिकेट प्रेमियों को प्रेरित किया है। उनका खेल भावना और देश के प्रति जुनून हमेशा भारतीय खेल जगत में प्रेरणा का स्रोत रहेगा।