विवियन अलेक्जेंडर रिचर्ड्स क्रिकेट के इतिहास में सबसे विस्फोटक और प्रतिष्ठित बल्लेबाजों में से एक हैं। उनके आक्रामक शैली और बेजोड़ हिटिंग क्षमता ने उन्हें "मास्टर ब्लास्टर" का उपनाम दिलाया।
रिचर्ड्स का जन्म 7 मार्च, 1952 को एंटीगुआ में हुआ था। उन्होंने 1975 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया और जल्द ही वेस्टइंडीज टीम के प्रमुख बल्लेबाज बन गए। उनका बल्ला सिर्फ गेंद को मारने के लिए नहीं था, यह विस्फोटक उपकरण था। उनकी बाउंड्री हिट्स इतनी शक्तिशाली होती थीं कि वे स्टेडियम से बाहर उड़ जाती थीं।
रिचर्ड्स के अलावा, उनकी निडरता और खेल के प्रति जुनून भी प्रेरणादायक था। वह हमेशा अपनी टीम के लिए जीतना चाहते थे, भले ही परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों। वे एक सच्चे योद्धा थे, हमेशा मैदान पर अपने विरोधियों से मुकाबला करने के लिए तैयार रहते थे।
1991 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, रिचर्ड्स एक सफल कोच बन गए। उन्होंने वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में कई टीमों को प्रशिक्षित किया है। वह अभी भी खेल में एक सम्मानित व्यक्ति हैं और उनकी सलाह अक्सर युवा खिलाड़ियों और कोचों द्वारा मांगी जाती है।
विव रिचर्ड्स क्रिकेट के इतिहास में एक दिग्गज हैं। उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी, अविश्वसनीय प्रतिस्पर्धा भावना और खेल के प्रति जुनून ने उन्हें खेल के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक बना दिया है। उन्होंने क्रिकेट प्रशंसकों को कुछ अविस्मरणीय क्षण दिए हैं जो हमेशा संजो कर रखे जाएंगे।
जैसे ही हम मास्टर ब्लास्टर को श्रद्धांजलि देते हैं, हमें उनके द्वारा छोड़े गए अमिट प्रभाव पर विचार करना चाहिए। उन्होंने न केवल मैदान पर बल्लेबाजी से दर्शकों को रोमांचित किया, बल्कि उन्होंने अपने खेल और जीवन के प्रति दृष्टिकोण से भी हमें प्रेरित किया। विव रिचर्ड्स एक सच्चे मास्टर ब्लास्टर थे और उनके जैसे कोई दूसरा कभी नहीं होगा।