वishu 2024




वishu, एक त्योहार जो खुशियों और रंगों का प्रतीक है, 14 अप्रैल, 2024 को मनाया जाएगा। यह उत्सव न केवल केरल में बल्कि पूरे भारत में मनाया जाता है, जो सकारात्मकता, नए सिरे से शुरुआत और प्रकृति के जागरण को दर्शाता है।

वishu की कहानी

पौराणिक कथाओं के अनुसार, माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु अपने वामन अवतार में बाणासुर को पराजित करने के बाद पृथ्वी पर उतरे थे। उनकी वापसी इस त्योहार के समारोह से जुड़ी है, जो उनकी जीत और नए युग की शुरुआत का प्रतीक है।

वishu के रीति-रिवाज

वishu को कई पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है, जो विभिन्न क्षेत्रों में भिन्न हो सकते हैं।

  • विशु कनी: यह त्योहार का सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जहां लोग सुबह उठकर सबसे पहले मंदिर में भगवान को देखते हैं। माना जाता है कि यह दृष्टि पूरे साल शुभता और समृद्धि लाती है।
  • विशु कालम: यह एक विशेष व्यवस्था है जिसमें फलों, फूलों, सब्जियों और सोने के आभूषणों सहित शुभ वस्तुओं को प्रदर्शित किया जाता है। यह समृद्धि और उर्वरता का प्रतीक है।
  • विशु सद्दया: त्योहार के दिन मंदिरों और घरों में विशेष पूजा की जाती है। भक्त भगवान विष्णु और अन्य देवी-देवताओं की पूजा करते हैं और प्रार्थना करते हैं।
  • विशु पटाका: केरल में, लोग त्योहार के दौरान पटाखे जलाते हैं। यह बुरी आत्माओं को दूर भगाने और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने का प्रतीक है।

वishu की खुशियाँ

वishu एक ऐसा त्यौहार है जो खुशियाँ और उत्साह लाता है। लोग नए कपड़े पहनते हैं, अपने घरों को सजाते हैं और अपने प्रियजनों के साथ मिलकर इस खास दिन का आनंद लेते हैं।

इस पर्व पर पारंपरिक व्यंजन जैसे ओणम सद्या, पुलीसाड़ी, अवियल और पायसम बनाए जाते हैं। परिवार और दोस्त मिलकर इन स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेते हैं, जो उत्सव के माहौल को और बढ़ाते हैं।

वishu का महत्व

वishu केवल एक त्यौहार नहीं है, बल्कि यह जीवन के नवीनीकरण और विकास का प्रतीक भी है। यह प्रकृति के जागरण और वसंत के आगमन का समय है। इस दिन लोग नई शुरुआत करते हैं, पुरानी आदतों को छोड़ते हैं और सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लेते हैं।

वishu की भावना

वishu की भावना आशावाद, उल्लास और सकारात्मकता है। यह उत्सव हमारे जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह लाता है। यह हमें अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है।

इसलिए, आइए हम 14 अप्रैल, 2024 को विशु को पूरे उत्साह और खुशी के साथ मनाएं। अपने प्रियजनों के साथ समय बिताएं, पारंपरिक रीति-रिवाजों का आनंद लें और प्रकृति के जादुई स्पर्श का गवाह बनें।

वishu की हार्दिक शुभकामनाएं!