शिक्षक दिवस: शिक्षा का दीप प्रज्ज्वलित करने वाले सूरज




क्या आप जानते हैं कि 5 सितंबर क्यों मनाया जाता है? यह हमारे देश के पहले उपराष्ट्रपति और भारत रत्न से सम्मानित महान विद्वान और शिक्षाविद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। राधाकृष्णन जी का मानना ​​था कि शिक्षक समाज के स्तंभ होते हैं, जो हमारे भविष्य को आकार देते हैं।
मुझे तो याद है, बचपन में स्कूल बहुत पसंद था। वहाँ मस्ती और शरारतों के साथ-साथ नए ज्ञान की जिज्ञासा भी बहुत थी। और इन सबके पीछे जो चेहरा था, वो हमारी क्लास टीचर मीनाक्षी मैम का। मीनाक्षी मैम बस एक टीचर नहीं थीं, वो एक जादूगरनी थीं, जो हमें पढ़ाई का इतना जादू दिखाती थीं कि हमें तो हर दिन स्कूल जाना पसंद था।
सबसे मज़ेदार तो तब होता था जब मीनाक्षी मैम सामाजिक अध्ययन पढ़ाती थीं। भारत के नक्शे पर वो हर राज्य को ऐसे बताती थीं जैसे वो हमारे सामने ही हो। हमें तो लगता था कि हम वाकई में देश के अलग-अलग हिस्सों में घूम रहे हैं। उनके पढ़ाने का असर ये हुआ कि हम छुट्टियों में भी नक्शा लेकर बैठते थे और भारत के राज्यों को याद करते थे।
लेकिन मीनाक्षी मैम सिर्फ किताबों से ही ज्ञान नहीं देती थीं। वो हमें जीवन के मूल्यों और अच्छे इंसान बनने के पाठ भी पढ़ाती थीं। हमने उनसे ईमानदारी, सहानुभूति और जिम्मेदारी जैसी चीजों के बारे में सीखा। वो हमेशा हमें सिखाती थीं कि हमें अपने आस-पास के लोगों का सम्मान करना चाहिए, चाहे वो हमारे दोस्त हों या हमारे माता-पिता।
मीनाक्षी मैम जैसे शिक्षक ही हमें रास्ता दिखाते हैं, हमारा भविष्य तय करते हैं। इसलिए आइए हम इस शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों को धन्यवाद करें, जो बिना किसी स्वार्थ के देश के भविष्य का निर्माण करते हैं। उन्हें सम्मान दें और उनके मार्गदर्शन में आगे बढ़ें।
शिक्षक एक दीपक है, जो अपने ज्ञान और प्रेरणा से हमारे जीवन को रोशन करता है।
शिक्षक एक पथप्रदर्शक है, जो हमें जीवन की उलझी हुई गलियों से होकर निकालता है।
शिक्षक एक कलाकार है, जो हमारे दिमाग को शुद्ध कैनवास की तरह रंगता है, और हमें दुनिया के बारे में सिखाता है।
शिक्षक एक माता-पिता है, जो हमें सही और गलत के बीच अंतर करना सिखाता है।
शिक्षक एक मित्र है, जो हमेशा हमारे साथ खड़ा रहता है, और हमें कभी अकेला महसूस नहीं होने देता।
इस शिक्षक दिवस पर, आइए हम अपने सभी शिक्षकों को धन्यवाद दें, और उन्हें बताएं कि वे हमारे जीवन में कितने महत्वपूर्ण हैं।