भारतीय शतरंज टीम ने शतरंज ओलंपियाड में इतिहास रच दिया है। टीम ने ओलंपियाड में पहली बार पदक जीता है। भारतीय टीम ने तीसरे स्थान पर रहते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया है।
भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया। टीम ने 11 मैचों में से 8 में जीत दर्ज की, जबकि 3 मैच ड्रॉ रहे। भारतीय टीम को केवल एक ही मैच में हार का सामना करना पड़ा।
भारतीय टीम के लिए डी. गुकेश, आर. प्रज्ञाननंद, विदित गुजराती, एसएल नारायणन और निहाल सरीन ने शानदार प्रदर्शन किया। गुकेश ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा अंक हासिल किए, जबकि प्रज्ञाननंद ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया।
भारतीय टीम की इस उपलब्धि की पूरे देश में सराहना की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी टीम को बधाई दी है। मोदी ने ट्वीट किया, "शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीम के कांस्य पदक जीतने पर गर्व है। टीम ने देश का नाम रोशन किया है।"
इस पदक के साथ, भारत शतरंज ओलंपियाड में पदक जीतने वाला छठा देश बन गया है। इससे पहले सोवियत संघ, रूस, यूक्रेन, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका ने पदक जीते हैं।
भारतीय टीम की यह उपलब्धि युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का काम करेगी। यह दिखाता है कि भारत में शतरंज की प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। उम्मीद है कि भविष्य में भारतीय टीम और भी बेहतर प्रदर्शन करेगी और ओलंपियाड में स्वर्ण पदक जीतेगी।