शुभ संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं




भारत में मनाया जाने वाला मकर संक्रांति, फसल कटाई का त्योहार है, जो सूर्य देव और प्रकृति की पूजा के लिए समर्पित है। यह त्यौहार जनवरी के मध्य में मनाया जाता है और सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही इस उत्सव की शुरुआत हो जाती है।
मकर संक्रांति के त्यौहार में पतंग उड़ाना एक प्रमुख प्रथा है। आकाश में उड़ती रंग-बिरंगी पतंगे न केवल त्योहार को और भी खूबसूरत बनाती हैं, बल्कि बुरी आत्माओं को दूर भगाने का प्रतीक भी हैं। पतंग उड़ाना उत्साह, खुशी और स्वतंत्रता की भावना को दर्शाता है।
इस त्योहार के दौरान तिल और गुड़ से बनी मिठाइयाँ भी खूब बनाई और खाई जाती हैं। तिल और गुड़ शरीर को गर्म रखते हैं और सर्दी से बचाते हैं। ये मिठाइयाँ त्योहार की मिठास और खुशियों को बढ़ाती हैं।
मकर संक्रांति के अवसर पर दान और पुण्य का भी विशेष महत्व है। लोग गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े और धन का दान करते हैं। यह दान पुण्य का कार्य न केवल लोगों की मदद करता है, बल्कि आंतरिक शांति और संतुष्टि भी देता है।
इस त्योहार पर गंगा स्नान का भी विशेष महत्व है। माना जाता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। कई लोग इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं।
मकर संक्रांति का त्योहार प्रकृति, सूर्य और जीवन के प्रति आभार व्यक्त करने का एक अवसर है। यह बुराइयों को दूर करने और अच्छाईयों को अपनाने का प्रतीक है। यह त्योहार खुशी, समृद्धि और सफलता लाने वाला माना जाता है।