शारदा सिंहा: बिहार की लोक गायिका




बिहार की मशहूर लोक गायिका शारदा सिंहा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को समस्तीपुर के एक गांव में हुआ था। उन्होंने बचपन से ही संगीत में गहरी रुचि दिखाई। उनकी आवाज में एक अद्भुुत मिठास और सादगी थी।

1970 में, उन्होंने ब्रजकिशोर सिन्हा से शादी की। शादी के बाद, उन्होंने संगीत जारी रखा और कई एल्बम जारी किए। उनकी सबसे लोकप्रिय एल्बमों में "बिहार के लोकगीत", "चैता गीत" और "छठ गीत" शामिल हैं।

शारदा सिंहा को उनकी प्रतिभा और बिहार के लोक संगीत को लोकप्रिय बनाने में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। उन्हें 1991 में पद्म श्री और 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

शारदा सिंहा का निधन 24 जनवरी, 2023 को 72 वर्ष की आयु में हो गया। उनके निधन से बिहार के लोक संगीत जगत को एक बड़ी क्षति हुई है।

  • शारदा सिंहा के कुछ लोकप्रिय गाने:
  • "बबूल मोरा"
  • "हरदी हर्डिया"
  • "ताड़ बिजली"
  • "काहे तोसे सजना"

शारदा सिंहा एक महान गायिका थीं जिन्होंने बिहार के लोक संगीत को दुनिया के सामने लाया। उनकी आवाज और संगीत हमेशा उनके प्रशंसकों के दिलों में जिंदा रहेंगे।