श्री बच्चन




मी एक ऐसे शहर में पला-बढ़ा हूं जहां हर कोने पर बच्चन साहब की तस्वीरें होंगी। शहर की रौनक ही अलग थी, हर कोई उनका दीवाना था। बचपन में अक्सर स्कूल जाते समय दीवारों पर लिखा हुआ पढ़ता था, "हम हैं मुजरिम, उनका अपराध सिर्फ इतना है कि नाम बिग बी हैं।" वो दौर था जब उनके जैसी आवाज वाले, व्यक्तित्व वाले एक्टर फिल्म इंडस्ट्री में कहीं नजर नहीं आते थे।
समय के साथ उनकी फिल्मों में काम करने का तरीका भी बदल गया। पहले की फिल्मों में जहां वो रोमांस और एक्शन करते थे, वहीं अब उन्होंने सीरियस रोल अदा करने शुरू कर दिए। चाहे वो "सरकार" फिल्म की भूमिका हो या "पा" फिल्म की, हर किरदार को उन्होंने अपनी अदाकारी से अमर कर दिया।
बच्चन साहब की अदाकारी की क्या बात करें, उनका नाम ही काफी है। वो एक ऐसे एक्टर हैं जो बॉलीवुड के 'शहंशाह' हैं और उनकी फिल्मों ने बॉलीवुड की दिशा और दशा दोनों बदल दी है। उनकी फिल्मों ने देश में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में भारतीय सिनेमा की पहचान बनाई है।
बच्चन साहब की फिल्मों में एक बात जो सबसे खास होती थी, वो थी उनका डायलॉग डिलीवरी। वो अपने डायलॉग ऐसे बोलते थे कि लोग आज भी उन्हें याद रखते हैं। उनके कुछ डायलॉग तो इतने मशहूर हो गए कि लोग उन्हें अपनी जिंदगी में इस्तेमाल करने लगे। जैसे कि, "मैं आज भी phenkunga, लेकिन गोली नहीं, पत्थर।" या फिर, "सर जो पगड़ी पहने हुए हो, वही सर हिलाता है।"
बच्चन साहब ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। वो हमेशा कहते थे, "जब हवाओं के रुख हमारे अनुकूल नहीं होते, तो हमें अपनी उड़ान बदले जाना चाहिए, अपना रास्ता नहीं।" और उन्होंने यही किया। अपने उतार-चढ़ावों से सीखते हुए, वो एक और मजबूत और प्रेरणादायक व्यक्तित्व बनकर उभरे।
बच्चन साहब से मेरी मुलाकात मेरे एक दोस्त की शादी में हुई थी। मैं उस वक्त बहुत घबराया हुआ था, लेकिन जैसे ही उन्होंने मुझसे बातचीत शुरू की, मेरी सारी घबराहट गायब हो गई। वो इतने विनम्र और मिलनसार थे कि लगा ही नहीं कि मैं किसी बड़ी हस्ती से बात कर रहा हूं। उन्होंने मुझे अपने अनुभवों के बारे में बताया और ये भी बताया कि कैसे उन्होंने अपने जीवन में हर चुनौती का सामना किया।
बच्चन साहब से मिलने के बाद मुझे एहसास हुआ कि उनकी अदाकारी जितनी कमाल है, उनका व्यक्तित्व उससे भी ज्यादा कमाल है। वो एक ऐसे इंसान हैं जो अपनी सफलता के बावजूद जमीन से जुड़े हुए हैं।
अंत में, मैं यही कहूंगा कि बच्चन साहब एक ऐसे व्यक्ति हैं जो हमारे देश के लिए गर्व की बात हैं। उनके जैसा एक्टर शायद ही कभी जन्म लेता है। उनकी फिल्मों ने हमारे जीवन को खुशियों से भर दिया है और उनकी अदाकारी ने हमें सपने देखने की प्रेरणा दी है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वो हमेशा स्वस्थ और खुश रहें।