सियाराम मय सब जग जय, जय सियाराम
आज श्री राम नवमी का पावन पर्व है, जिस दिन भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। इस पर्व को बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इस दिन जगह-जगह रामलीलाओं का आयोजन किया जाता है, जहां भगवान राम के जीवन की प्रमुख घटनाओं का मंचन किया जाता है।
श्री राम के जीवन से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उन्होंने अपने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी भी हिम्मत नहीं हारी। वह हमेशा सत्य के मार्ग पर चले और उन्होंने हमेशा अपनी प्रजा का भला किया।
राम जी एक आदर्श पुरुष थे, जो अपने परिवार, दोस्तों और प्रजा के प्रति निष्ठावान और समर्पित थे। उनकी पत्नी सीता एक आदर्श पत्नी थीं, जो अपने पति के साथ सुख और दुख में हमेशा साथ रहीं। उनके भाई लक्ष्मण भी बहुत वफादार थे, जो राम जी के साथ हर कदम पर खड़े रहे।
श्री राम नवमी के दिन भगवान राम की पूजा-अर्चना की जाती है और उन्हें भोग लगाया जाता है। इस दिन लोग उपवास करते हैं और रामचरितमानस का पाठ करते हैं।
रामचरितमानस से कुछ पंक्तियाँ:आइए हम सभी श्री राम नवमी के पावन पर्व को हर्षोल्लास से मनाएँ और भगवान राम के आदर्शों का पालन करें।
सभी को श्री राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ!राम जी की कृपा हम सब पर सदैव बनी रहे।