साइक्लोनिक तूफान फेंगल




तूफान का नाम "फेंगल" रखा गया है, जिसका उच्चारण "फेनजल" होता है। इस तूफान ने 30 नवंबर की दोपहर में पुडुचेरी के निकट तट से टकराया। यह तूफान दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरे दबाव के रूप में विकसित हुआ और छह घंटे में 13 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा।

स्थिति की गंभीरता

जैसे-जैसे तूफान तट से टकराने के करीब आ रहा है, यह 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएँ लाएगा, जो 90 किमी प्रति घंटे तक बढ़ सकती हैं। बारिश के बैंड उत्तर तटीय तमिलनाडु में प्रवेश कर रहे हैं।

इस दौरान वायु की गति 75-80 किमी प्रति घंटे होने की संभावना है, जिसमें हवाएँ 90 किमी प्रति घंटे तक पहुँच सकती हैं।

की गई सावधानियाँ

चक्रवात के मद्देनजर चेन्नई और तमिलनाडु के अन्य तटीय क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। चक्रवाती तूफान के तट से टकराने की संभावना के कारण चेन्नई हवाई अड्डे से 13 उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।

सरकार ने नागरिकों को तूफान से सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है, जैसे ऊंचे इलाकों में जाना और मजबूत इमारतों में शरण लेना।

तूफान की भविष्यवाणी

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भविष्यवाणी की है कि चक्रवाती तूफान "फेंगल" 30 नवंबर की शाम को पुडुचेरी के निकट तट से टकराएगा। तूफान के तट से टकराने के बाद भी कुछ समय तक तेज बारिश और हवाएँ जारी रहने की संभावना है।

तूफान के प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों को आधिकारिक अपडेट के लिए मौसम विभाग और आपातकालीन सेवाओं के संपर्क में रहने की सलाह दी गई है।