1970 और 1980 के दशक में, यूके में हेमोफिलिया रोगियों को संक्रमित रक्त दिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप एचआईवी और हेपेटाइटिस जैसे घातक रोग हुए थे। यह संक्रमित रक्त घोटाला इतिहास की एक काली घटना है, जिसके पीड़ितों को आज भी दुख और आक्रोश झेलना पड़ रहा है।
एक राष्ट्रीय त्रासदी
हाइमोफिलिया एक दुर्लभ आनुवंशिक विकार है जो रक्त के थक्के जमने को प्रभावित करता है। 1970 के दशक में, हेमोफिलिया के रोगियों को अन्य रोगियों के रक्त से प्राप्त एक उपचार, जिसे फैक्टर कॉन्संट्रेट कहा जाता था, दिया जा रहा था। दुर्भाग्य से, इस रक्त में कई बार एचआईवी और हेपेटाइटिस वायरस होते थे।
1980 और 1990 के दशक में, जैसे-जैसे इन संक्रमित रक्त से होने वाले रोगों के मामले बढ़ते गए, सरकार को पता चला कि क्या हुआ था। एक सार्वजनिक जांच से पता चला कि अधिकारी इस संभावित खतरे से अवगत थे, लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया। इस घोटाले के कारण हजारों लोगों की मौत हुई और हजारों अन्य जीवन बर्बाद हो गए।
पीड़ितों की आवाज
संक्रमित रक्त घोटाले के पीड़ित आज भी अपने खोए हुए प्रियजनों, बिगड़े हुए स्वास्थ्य और सरकार की लापरवाही से निपट रहे हैं। वे मुआवजे और न्याय की मांग कर रहे हैं, लेकिन ऐसा लगता है जैसे उनकी आवाजें अनसुनी की जा रही हैं।
"मेरे भाई को 16 साल की उम्र में एचआईवी और हेपेटाइटिस से मरना पड़ा," एक पीड़ित ने कहा। "मुझे नहीं पता कि मैं कभी उनके लिए न्याय पा सकूंगी, लेकिन मैं सरकार को उनके किए पर जिम्मेदार ठहराने की मांग करती हूं।"
एक और पीड़ित ने कहा, "मैं हेपेटाइटिस सी से पीड़ित हूँ। मैं काम करने में असमर्थ हूँ और लगातार दर्द में रहता हूँ। सरकार को हमारे लिए जो हुआ है उसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।"
जवाबदेही की मांग
संक्रमित रक्त घोटाले के पीड़ितों के लिए न्याय और जवाबदेही की मांग अभी भी जारी है। वे सरकार से इन मांगों को पूरा करने की मांग कर रहे हैं:
एक स्थायी विरासत
संक्रमित रक्त घोटाला एक दुखद अनुस्मारक है कि सरकार की लापरवाही के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। यह भी एक प्रेरणा है कि हम अपने प्रियजनों की सुरक्षा और कमजोर लोगों की देखभाल के लिए प्रतिबद्ध हैं।
हमारा हृदय संक्रमित रक्त घोटाले के पीड़ितों के साथ है, और हम उनके लिए न्याय और जवाबदेही की मांग की मांग करते हैं।"