संजय मांजरेकर का जन्म 12 जुलाई, 1965 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता विजय मांजरेकर भी एक जाने-माने क्रिकेटर थे, जिन्होंने भारत के लिए 55 टेस्ट मैच खेले। संजय पर उनके पिता का बहुत प्रभाव था, और उन्होंने बचपन से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया।
मांजरेकर ने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर की शुरुआत 1985 में मुंबई के लिए की। उन्होंने अपने पहले ही मैच में शतक जड़ा, और जल्द ही भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाने में सफल रहे। उन्होंने 1989 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया।
मांजरेकर एक आक्रामक बल्लेबाज थे, जो अपने आकर्षक शॉट्स और त्वरित रन बनाने के लिए जाने जाते थे। उन्होंने 37 टेस्ट मैचों में 2042 रन बनाए, जिसमें दो शतक और नौ अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 74 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले, जिसमें उन्होंने 1994 रन बनाए।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, मांजरेकर एक सफल कमेंटेटर बन गए। उनकी स्पष्टवादिता और हास्यबोध के लिए उन्हें दर्शकों से बहुत प्यार मिला। वह कई टेलीविजन शो और कार्यक्रमों में भी नजर आए हैं।
मांजरेकर अपनी बेबाक राय रखने के लिए जाने जाते हैं, और कई बार उनके बयानों की आलोचना भी की गई है। हालाँकि, उनकी ईमानदारी और खेल के प्रति जुनून का सभी सम्मान करते हैं।
"क्रिकेट मेरे खून में है। मैं एक ऐसी दुनिया की कल्पना नहीं कर सकता जहाँ क्रिकेट न हो।"
- संजय मांजरेकर
संजय मांजरेकर भारतीय क्रिकेट के सबसे प्रतिभाशाली और प्रिय व्यक्तित्वों में से एक हैं। उनकी बल्लेबाजी, कमेंट्री और राय ने भारतीय क्रिकेट के परिदृश्य को आकार दिया है। वे एक सच्चे क्रिकेट के ध्रुव तारे हैं, जो युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बने हुए हैं।
संजय मांजरेकर के कुछ मजेदार किस्से:
संजय मांजरेकर भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक अद्वितीय व्यक्तित्व हैं। उनकी प्रतिभा, ईमानदारी और हास्यबोध ने उन्हें खेल के लाखों प्रशंसकों का प्रिय बना दिया है।