स्टेज 3 ब्रेस्ट कैंसर: एक योद्धा की यात्रा




इस लेख में, मैं आपसे अपनी ब्रेस्ट कैंसर से लड़ाई के सफर के बारे में बताने जा रहा हूँ। मेरे लिए यह एक कठिन और भावनात्मक यात्रा रही है, लेकिन मैं इससे सीखे गए पाठों को साझा करने और दूसरों को आशा देने के लिए उत्सुक हूँ।
निदान: एक दुखदायी झटका
यह 2021 की शुरुआत थी जब मुझे पहली बार ब्रेस्ट कैंसर का पता चला था। मैं 45 साल की थी और मुझे कभी भी ऐसा कुछ होने की उम्मीद नहीं थी। जब मुझे डॉक्टर ने बताया कि यह स्टेज 3 था, तो तो मेरा दिल टूट गया। मुझे लगा जैसे मेरी पूरी दुनिया मेरे पैरों के नीचे से खिसक गई है।
उपचार: एक कठिन सफर
इसके बाद, कठिन उपचार का चरण आया। मुझे कीमोथेरेपी, रेडिएशन और सर्जरी से गुज़रना पड़ा। उपचार के साइड इफेक्ट बहुत कठिन थे, लेकिन मैं उनसे लड़ने के लिए दृढ़ थी। मैं जानती थी कि मुझे अपने परिवार और अपने लिए लड़ना है।
सहारा: मेरी ताकत का स्तंभ
इस कठिन समय में मेरे परिवार और दोस्तों का सहारा मेरे लिए अमूल्य था। उन्होंने मुझे हर कदम पर सहारा दिया और मुझे यह विश्वास दिलाया कि मैं इस लड़ाई से बाहर निकल सकती हूँ। उनकी प्रार्थनाओं और प्यार ने मुझे उन्हीं पलों में भी लड़ने की ताकत दी जब मैं हार मानने को तैयार थी।
आशा: मेरे लिए एक लाइटहाउस
उपचार के दौरान मुझे आशा ने ज़िंदा रखा। मैं जानती थी कि मेरा रास्ता आसान नहीं होगा, लेकिन मैं हर कदम पर उम्मीद के उस दीए को अपने दिल में जलाए रखा। मैंने उन महिलाओं से प्रेरणा ली जो ब्रेस्ट कैंसर से बची थीं और मुझे विश्वास था कि मैं भी उनकी तरह सफल हो सकती हूँ।
वर्तमान: मैं एक योद्धा हूँ
आज, मैं स्टेज 3 ब्रेस्ट कैंसर से जूझने वाली एक योद्धा हूँ। उपचार समाप्त हो गया है और मैं ठीक हो रही हूँ। मैं अपनी ज़िंदगी को नए नज़रिए से देखती हूँ और मैं हर पल को संजोती हूँ। मैं जानती हूँ कि मेरी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है, लेकिन मैं निडर हूँ और मैं लड़ने के लिए तैयार हूँ।
एक योद्धा का संदेश: आशा कभी मत छोड़ना
अंत में, मैं उन सभी लोगों को एक संदेश देना चाहती हूँ जो ब्रेस्ट कैंसर या किसी अन्य बीमारी से जूझ रहे हैं: आशा कभी मत छोड़ना। भले ही रास्ता कितना भी कठिन क्यों न हो, यह याद रखना कि आप एक योद्धा हैं। आपके भीतर ताकत है। आपकी ज़िंदगी जीने लायक है।